कोलकाता। पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है। दोपहर 2:00 बजे राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस के अभिभाषण के साथ ही इस सत्र की शुरुआत होगी। उसके पहले मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक की जिसमें भारतीय जनता पार्टी का कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। बंगाल विधानसभा में केवल तृणमूल और भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व है। इंडियन सेकुलर फ्रंट के एकमात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी जेल में हैं।
इसलिए मंगलवार को विधानसभा में अध्यक्ष के केबिन में हुई सर्वदलीय बैठक में केवल तृणमूल कांग्रेस के नेता उपस्थित थे। प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया है कि राज्यपाल सदन के संचालन के दौरान विपक्ष को किसी भी मुद्दे पर पक्ष नहीं रखने देते और ना ही किसी सत्र में भाजपा द्वारा की गई मांग पर चर्चा करते हैं। इसलिए सर्वदलीय बैठक का कोई औचित्य नहीं है।
बंगाल भाजपा सूत्रों ने बताया है कि इस बार बजट सत्र भी बेहद हंगामेदार रहने वाला है। राज्य में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के साथ ही केंद्रीय योजनाओं में धांधली और मिड डे मील की राशि से ममता बनर्जी के विभिन्न सफर का खर्च, प्रशासनिक बैठक का खर्च और बीरभूम नरसंहार के मुआवजा दिए जाने का मुद्दा भी भाजपा उठाएगी। इस पर चर्चा की मांग की जाएगी।
बहुत हद तक संभव है कि हर बार की तरह इस बार भी अध्यक्ष भाजपा के चर्चा प्रस्ताव को खारिज करेंगे जिसकी वजह से वाकआउट और हंगामा जारी रहेगा। इधर तृणमूल कांग्रेस बजट पर चर्चा के साथ ही राज्य विधानसभा में बंगाल को दो हिस्सों में बांटने संबंधी विभिन्न बयानों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पेश करने वाली है। पहाड़ पर पृथक गोरखालैंड और भाजपा के कई नेताओं के मुंह से पृथक उत्तर बंगाल की मांग उठती रही है। इसी के खिलाफ पार्टी प्रस्ताव पारित करेगी।
इसके अलावा राज्य सरकार कई महत्वपूर्ण बिल पारित कराने वाली है जिसमें भूमि सुधार अधिनियम शामिल है। इसके तहत उन उद्योगपतियों से जमीन लेने संबंधी अधिनियम को मंजूरी दी जाएगी, जिन्होंने राज्य सरकार से मुफ्त में जमीन तो ली है लेकिन निवेश नहीं किया है। इसके अलावा जिन्होंने निवेश किया है उन्हें स्थाई तौर पर जमीन देने का प्रस्ताव भी पारित होगा। राज्य के स्थाई राज्यपाल के तौर पर नियुक्ति के बाद डॉक्टर सी भी आनंद बोस का विधानसभा में बुधवार को पहला पदार्पण होगा।