कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में पिछले आठ महीने से जेल में बंद पार्थ चटर्जी का आमना-सामना पहली बार हाल ही में गिरफ्तार किए गए तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष से जेल में हुआ। वहां पार्थ ने कुंतल से पूछा है कि तुमने मेरा नाम क्यों लिया? दरअसल जेल में पहला बाइस नाम का एक अलग केबिन है। इसमें 22 सेल है। पहले नंबर सेल में पार्थ चटर्जी रह रहे हैं जबकि इसी लेन के दूसरे सेल में कुंतल घोष हैं। मंगलवार को कैदियों को कुछ देर के लिए जेल से बाहर निकाला गया था।
उसी समय कुंतल और पार्थ चटर्जी का आमना-सामना हुआ। जेल प्रबंधन सूत्रों ने बताया है कि आमना-सामना होते ही पार्थ ने उससे पूछा कि तुम मुझे जानते हो क्या? तुमने नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में मेरा नाम क्यों लिया है? इसके जवाब में कुंतल में बहुत धीमे स्वर में कहा कि नहीं आप से मेरा कोई परिचय नहीं है। मैंने किसी का नाम नहीं लिया है।
दरअसल कोर्ट के आदेश पर आगामी 17 फरवरी तक कुंतल को इसी जेल में रखा जाना है। अगले 10 दिनों तक पार्थ से आमना-सामना उनका होता रहेगा। उल्लेखनीय है कि 300 से अधिक नौकरी उम्मीदवारों से 19 करोड़ से अधिक की वसूली का आरोप कुंतल पर है। दावा है कि उसने पार्थ चटर्जी के ओएसडी के जरिए सारे रुपये पार्थ तक पहुंचाए थे। इस मामले में पार्थ की महिला मित्र अर्पिता भी पुलिस हिरासत में है।