तिरुवनंतपुरम। रूस के लगभग 50 प्रतिनिधि रविवार को यहां वट्टप्पारा के इंडिमासी आयुर्वेद हीलिंग विलेज में ‘आयुर्वेद, योग और कल्याण पर भारत-रूस के सम्मेलन’ में भाग ले रहे हैं। कॉन्क्लेव का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त करना है। इस कार्यक्रम का आयोजन आयुर्वेद, योग एंड वेलनेस एसोसिएशन (एवाईडब्ल्यूए), मेट्रो मार्ट और सिट्रीन हॉस्पिटैलिटीज द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
भारत में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन में रूस का 10वां स्थान है। साल 2019 में तीन लाख से अधिक रूसी पर्यटक भारत आए थे। गोवा और स्वर्ण त्रिभुज के अलावा रूसियों ने दक्षिण भारत की यात्रा अधिक शुरू की। समुद्र तट, बैकवाटर और आयुर्वेद प्रमुख कारक हैं, जो रूस से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। रूस में आयोजित प्रमुख यात्रा और पर्यटन मेलों में राज्यों के पर्यटन विभाग और निजी उद्योग के उद्यमी भाग लेते हैं।