कलर के नाम पर कैंची चलाना सही नहीं, मिनिस्ट्री का होगा दबाव: निहलानी

मुंबई। दो दिन पूर्व सेंसर बोर्ड ने यशराज फिल्म की ओर से सेंसर बोर्ड को भेजी गई पठान को देखने के बाद इस फिल्म के गीत बेशरम रंग और फिल्म के कुछ अन्य दृश्यों में बदलाव करने को कहा है। साथ ही यह भी कहा है कि बदलाव के बाद वे एक बार फिर इस फिल्म को सेंसर बोर्ड को पास करने के लिए भेजें। सेंसर बोर्ड के इस निर्णय पर सेंसर बोर्ड के चेयरमैन रह चुके फिल्म निर्माता निर्देशक पहलाज निहलानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि सिर्फ किसी विशेष रंग को लेकर गाने में बदलाव करना सही नहीं है।

यदि किसी गीत या दृश्य में वल्गैरिटी हो तो सेंसर बोर्ड बदलाव कर सकता है लेकिन सिर्फ कलर के नाम पर कैंची चलाना सही नहीं है। पहलाज निहलानी का यह भी कहना है कि इस गाने में बदलाव के लिए मिनिस्ट्री की तरफ से सेंसर बोर्ड को कोई पत्र भेजा गया होगा ताकि इसको लेकर कोई बवाल न हो।

पत्रकारों से इस मामले में बातचीत करते हुए पहलाज निहलानी ने कहा- ऐसी कोई गाइडलाइन्स नहीं है कि किसी रंग की वजह से किसी गाने में बदलाव किया जाए, अगर वल्गैरिटी या आपत्तिजनक सीन्स हैं तो बदलाव किया जा सकता है। अगर सिर्फ कलर के नाम पर बदलाव के सुझाव दिए जा रहे हैं तो ये गलत है। गाने में भगवा रंग के हिस्से को हटाने के लिए सेंसर बोर्ड को मिनिस्ट्री का प्रेशर होगा। वरना ट्रेलर और शॉट को तो मंजूरी मिल ही गई थी।

पठान के गाने बेशरम रंग पर विवाद के बीच सेंसर बोर्ड के चेयरपर्सन प्रसून जोशी ने कहा- हमने निर्माताओं से कहा है कि वे फिल्म के प्रदर्शन से पूर्व इसका संशोधित वर्जन हमारे पास जमा करायें। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को बारीकी से देखने के बाद ये सुझाव दिया। उन्होंने पठान को लेकर कहा, सेंसर बोर्ड हमेशा से ही क्रिएटिविटी और दर्शकों की संवेदनशीलता के बीच बैलेंस बनाकर रखता है। हमें विश्वास है कि बातचीत के जरिए कोई न कोई रास्ता हम निकाल सकते हैं।

गौरतलब है कि पठान के गाने बेशरम रंग में दीपिका पादुकोण भगवा बिकनी में दिखाई दीं। इसी पर विवाद शुरू हो गया, इसके बाद पठान को सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया। प्रसून जोशी ने कहा, हाल ही में फिल्म पठान हमारे पास एग्जामिनेशन के लिए आई। यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मैं फिर कहना चाहता हूं कि हमारी संस्कृति और मान्यताएं महान हैं। हमें इस बारे में बेहद सावधान रहना होगा कि बेकार की बातों से यह प्रभावित न हों।

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