दार्जिलिंग नगरपालिका को लेकर गर्मायी पहाड़ की राजनीति

अजय एडवर्ड्स ने अनीत विरोधी मंच बनाने के लिए बुलाया सर्वदलीय बैठक

दार्जिलिंग । दिसंबर की कड़ाके की सर्दी में गर्मायी पहाड़ की राजनीति। दार्जिलिंग नगर पालिका को लेकर स्थिति लगातार जटिल होती जा रही है। नगर पालिका में होने वाली समन बैठक को हमरो पार्टी नहीं रोक पाई। माना जा रहा है कि दार्जिलिंग नगर पालिका पर अनीत थापर कब्जा होना लगभग तय है। ऐसे में हामरो पार्टी ने सोमवार से विरोध आंदोलन का आह्वान किया है। हामरो पार्टी के अध्यक्ष अजय एडवर्ड्स ने उसी कार्यक्रम के तहत मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। वह बैठक दार्जिलिंग के कैपिटल हॉल में आयोजित की गई थी। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) सुप्रीमो बिमल गुरुंग, रोशन गिरी, नागरीक फोरम के प्रकाश गुरुंग, टीएमसी के विनय तमांग और पहाड़ की अन्य राजनीतिक हस्तियां वहां मौजूद थीं। बैठक के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की। बिमल गुरुंग, विनॉय तमांग, अजय एडवर्ड्स और प्रकाश गुरुंग ने पत्रकारों से बातचीत की। जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग ने कहा कि जिस तरह से अनीत थापा की पार्टी भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा नगरपालिका पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है, उसकी वे आलोचना करते है।

इधर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बावजूद हामरो पार्टी दार्जिलिंग नगर पालिका में होने वाली समन बैठक को नहीं रोक पाई। हाई कोर्ट ने अजय एडवर्ड के पक्षकार के मामले को नहीं माना। लिहाजा गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा के पार्षदों की बुधवार को बैठक बुलाने में कोई बाधा नहीं है। यदि उस दिन अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो नगर पालिका अनीत थापा की पार्टी के पास जा सकती है। नगर पालिका पर कब्जा करने की कोशिश के विरोध में हामरो पार्टी ने सोमवार से एक महीने के विरोध कार्यक्रम का आह्वान किया है, क्योंकि वह कानूनी लड़ाई में पिछड़ गया है। इधर गड़बड़ी होने की आशंका को लेकर दार्जिलिंग के सदर महकमा शासक ने बुधवार को नगरपालिका हॉल और कैपिटल हॉल इलाके में सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक धारा 144 लागू कर दी है।

हमरो पार्टी ने पिछले फरवरी में हुए चुनाव में 32 में से 18 सीटें जीतकर दार्जिलिंग नगर पालिका पर कब्जा कर लिया था। भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की। लेकिन कुछ महीनों के बाद, हामरो पार्टी के छह पार्षद अनीत थापा की पार्टी में शामिल हो गए, जिससे नगरपालिका में अशांत स्थिति पैदा हो गई। तृणमूल के दो पार्षदों के साथ अब अनित की पार्टी में 16 पार्षद हो गए हैं। भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा अब 31 सीटों वाली नगरपालिका में बहुमत में है क्योंकि एक पार्षद ने पहले इस्तीफा दे दिया था।

16 पार्षदों ने सभापति को पत्र लिखकर बोर्ड पर कब्जा करने वालों की संख्या आते ही बैठक बुलाने का अनुरोध किया। लेकिन अध्यक्ष ने निर्धारित 15 दिन के अंदर बैठक नहीं बुलाई। नियमों के मुताबिक वाइस चेयरमैन ने भी अगले सात दिनों में बैठक नहीं बुलाई तो गोर्खा प्रजातांत्रिक पार्टी के 3 पार्षदों ने महकमाशासक को चिट्ठी देकर तलबी सभा बुलाने की मांग की। हमरो पार्टी के पार्षदों ने बैठक रोकने के लिए हाईकोर्ट से गुहार लगाई थी। हाईकोर्ट ने सोमवार को यह अर्जी खारिज कर दी। इसके बाद अजय एडवर्ड्स अनीत विरोधी मंच बनाने के लिए बेताब हो गए। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने उनके आह्वान का जवाब दिया और सर्वदलीय बैठक में भाग लिया। इस जटिल परिस्थिति में पहाड़ की सियासत किस ओर है, इस पर फिलहाल सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।

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