मालदा । आवास योजना सूची में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर इलाके में खलबली मच गई। कांग्रेस विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है और आरोप लगा रही है कि तृणमूल ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। लेकिन इस बार पासा उल्टा पड़ गया है। कांग्रेस द्वारा संचालित ग्राम पंचायतों पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आये हैं। इलाकावासियों ने पंचायत कार्यालय में ताला मारकर जमकर विरोध जताया। आवास योजना की सूची में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के आरोप कांग्रेस के पंचायत उप प्रधान का दावा है कि शिकायत निराधार है। तृणमूल कांग्रेस ने भी मौके देखकर कांग्रेस पर तगड़ा पलटवार किया है। मामले को लेकर राजनैतिक सरगर्मियों तेज हो गयी है।
मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर के 1 ब्लॉक के अंतर्गत भिंगाल ग्राम पंचायत कार्यालय के मुख्य दरवाजे पर ताला लगाते हुए आवास योजना सूची में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। कथित तौर पर आवास योजना की सूची में पंचायत प्रधान के भाई, उपप्रधान के पिता और सदस्यों के एक वर्ग के नाम हैं। जिनके पक्के मकान हैं और आर्थिक रूप से संपन्न हैं। लेकिन जिनके पक्के मकान नहीं हैं, सरकारी या खास जमीन में रहते हैं, ऐसे दिहाड़ी मजदूरों के नाम सूची में नहीं हैं। यहां तक कि कांग्रेस द्वारा संचालित भिंगाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान सिकंदर बक्स पर भी सूची में नाम दर्ज कराने के लिए कटमनी लेने का आरोप लगाया गया है। लेकिन इसके बाद भी सूची में नाम नहीं आया।
पैसा नहीं लौटाया तो जूतों की माला पहनाकर गांव में घुमाने की लोगों ने चेतावनी दी है। आवास योजनाओं की सूची में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर आए दिन हो रहे विरोध से पूरे हरिश्चंद्रपुर क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो रहा है। सत्ता पक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस सड़कों पर उतर कर विरोध कर रही है। लेकिन इस बार जब यही शिकायत कांग्रेस द्वारा संचालित ग्राम पंचायत में उठाई गई तो तृणमूल ने तीखा पलटवार किया। आम लोगों का सवाल है कि हर पार्टी भ्रष्ट होगी और उन्हें वंचित होना पड़ता है! पंचायत चुनाव से पूर्व आवास योजना को लेकर पूरे जिले में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है।