नयी दिल्ली। हमने देश को आज़ादी दिलाई और देश की एकता के लिए इंदिरा और राजीव गांधी ने अपनी जान की क़ुर्बानी दी। हमारे पार्टी के नेताओं ने अपनी जान दी, आपने क्या किया? आपके घर में कोई देश के लिए कुत्ता तक मरा है? क्या (किसी ने) कोई क़ुर्बानी दी है? नहीं इस बयान पर मलिकार्जुन खड़गे ने कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर थे भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है।
मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। स्वतंत्रता संग्राम के समय कोई भी आरएसएस का आदमी जेल नहीं गया था। आज़ादी के समय माफ़ी मांगने वाले लोग आज़ादी के समय लड़ने वाले लोगो से माफ़ी मांगने के लिए कह रहे है। आज़ादी के समय आप सबका का कोई योगदान नहीं था।
इन्ही बयानों के विपक्ष में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने मलिकार्जुन खड़गे से पुरे देश से माफगी मांगने को कहा। पियूष गोयल ने कहा उनको जलन होगी की कोई भी उनकी पार्टी को पसंद नहीं करता है पर संसद में ऐसा भाषण देना सही नहीं है पियूष गोयल ने ये भी कहा की अगर वो माफ़ी नहीं मांगते है तो उन्हें यहा बैठने का कोई अधिकार नहीं है।