कोलकाता। पिछले कई दिनों से राज्य भाजपा बार-बार दिसंबर में सरकार गिरने की बात कर रही है। इस मुद्दे को लेकर राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है। इसको लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी धमाका करने की धमकी दे रहे हैं। इसके लेकर कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने शुभेंदु अधिकारी को आड़े हाथों लेते हुए कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि दिसंबर में सरकार गिराने वाले कहा गायब हो गये। उन्होंने कहा, आधा दिसंबर गुजर चुका है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि गुब्बारे से हवा निकल गयी है तो अब जनवरी कह रहे हैं।
मेयर ने कहा कि तृणमूल लोगों के सहयोग से है और रहेगा। राज्य की जनता तृणमूल के साथ है। बता दें कि शुभेंदु अधिकारी ने सीएम ममता बनर्जी के आवास के पास हाजरा इलाके में जनसभा की। जहां उन्होंने खुद अपने द्वारा दी गयी दिसंबर की समय सीमा को बदल दिया। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी तक बड़े चूहे को पकड़ लिये जायेगा। इस दिन शुभेंदु ने खुद साफ कर दिया था कि बीजेपी का तृणमूल को तोड़ने और सरकार गिराने का कोई इरादा नहीं है। उनके इसी बयान को लेकर कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कड़ी आलोचना की है।
सीबीआई हिरासत में लालन शेख की मौत को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका : बीरभूम नरसंहार के मास्टरमाइंड लालन शेख की सीबीआई हिरासत में अस्वाभाविक परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। अधिवक्ता सब्यसाची चटर्जी ने उक्त याचिका लगाई है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव और राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ में मंगलवार सुबह याचिका लगाकर उन्होंने तत्काल सुनवाई की मांग की है।
कोर्ट ने इसे स्वीकार कर लिया है। इस पर जल्द सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थायी कैंप में लालन शेख की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। केंद्रीय एजेंसी का दावा है कि शौचालय में जाकर उसने गमछे का फंदा बना कर फांसी लगाई है। इधर परिवार ने हत्या का आरोप सीबीआई अधिकारियों पर लगाया है।