देशी मुर्गियों को अमेरिकन रोड आइलैंड नस्ल की मुर्गियों के मिश्रण से नई नस्ल की मुर्गी पैदा की जा रही है
जलपाईगुड़ी : जलपाईगुड़ी के मोहितनगर सरकारी पोल्ट्री फार्म में मुर्गे की नई नस्ल का उत्पादन किया जा रहा है। मांग से कम हो रही आपूर्ति के मद्देनजर गांव की देशी मुर्गियों को अमेरिकन रोड आइलैंड नस्ल की मुर्गियों के मिश्रण से नई नस्ल की मुर्गी पैदा की जा रही है। चलती भाषा में इसे जीएसटी मूर्ति कहा जाता है। मौजूदा समय में जो ग्राहक बाजार में घरेलू चिकन खरीदने जाते हैं वे अक्सर जीएसटी चिकन के बारे में सुनते हैं। राज्य की मांग के अनुपात में घरेलू चिकन की कमी बढ़ती जा रही है।
एक बड़ी समस्या यह है कि घरेलू मुर्गियों में अंडे देने की क्षमता कम होती है, और वे जो अंडे देती हैं उनमें से अधिकांश मानव भोजन के रूप में समाप्त हो जाती हैं। हालांकि राज्य में सरकार का जलपाईगुड़ी चिकन फार्म बाजार की मांग को पूरा करने के लिए रोड आइलैंड नस्ल की अमेरिकी प्रजाति की मदद से ज्यादा मुर्गियां पैदा करने का काम कर रहा है। इतना ही नहीं, महिलाओं के स्वावलंबन के लिए राज्य सरकार की एनआरजीएनए परियोजना में महिलाओं को ये मुर्गियां दी जा रही है क्योंकि ये मुर्गियां लंबे समय तक अंडे दे सकती हैं।
हाल ही में इस संबंध में जलपाईगुड़ी मोहित नगर स्थित प्रदेश के मुर्गी फार्म के सहायक निदेशक डॉ. प्रदीप कुमार साहा ने बताया कि यह विशेष नस्ल की मुर्गी साल में करीब 175 अंडे देती है, जिससे हम खास तरीके से चूजे बनाकर भेजते हैं। हमें उम्मीद है ये मुर्गियां गांव में देशी मुर्गियों के साथ मिलन कर मुर्गियों की संख्या बढ़ाने में मदद करेंगी।