रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर जाने से पहले कहा कि वह ईडी के सभी सवालों का जबाव देने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री सोरेन ने आज अपने सरकारी आवास पर संवाददाता सम्मेलन में अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इनकार किया और कहा कि ईडी की कार्रवाई से ऐसा लग रहा है जैसे मैं देश छोड़कर भागने वाला हूं। उन्होंने कहा कि ईडी जैसी एजेंसी को जांच के बाद संवैधानिक पद पर रहने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ किसी तरह का आरोप लगाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी को एक पत्र पहले भेजा है किस तरीके से 1000 करोड़ का घोटाला के बारे में नोटिस आया है क्योंकि पूरे राज्य में स्टोन चिप्स 1000 करोड़ रुपए मूल्य की नहीं होती है। उन्होंने कहा कि आरोप का आधार कैसे बना कैसे नहीं बना यह समझ से परे है। जो आरोप लगे हैं वह कहीं से भी संभव प्रतीत नहीं होता। सोरेन ने कहा कि वह ईडी दफ्तर जा रहे हैं और उनके हर सवालों का जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि पहले भी लिखित रूप से जवाब भेज दिया है। राज्य में अवैध माइनिंग की जांच ईडी कर रही है इस संबंध में एक पत्र ईडी को भेजा है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री है और एक संवैधानिक पद पर है लेकिन ऐसा लगता है कि मैं देश छोड़कर भागनेवाला हूं, केवल व्यवसायी ही देश छोड़कर भागे हैं कोई राजनेता नहीं।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र है। विपक्ष उनकी सरकार बनने के बाद से ही सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रही है। उन्होंने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यपाल का चिट्ठी नहीं खुल रहा है और वह भी राजनीति कर रहे हैं तथा सरकार गिराने वालों को संरक्षण दे रहे हैं।