तारकेश कुमार ओझा, हुगली । हुगली जिला अंतर्गत गोघाट स्थित गार्ड मंदारन हाई स्कूल में भारतीय सीआरपीएफ के शहीद जवान और संस्थान के पूर्व छात्र सैयद मसलुल करीम की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शहीद जवान की पत्नी अंजुम आरा बेगम को शुक्रवार को स्कूल द्वारा सम्मानित किया गया। ज्ञात हुआ है कि इस स्कूल के पूर्व छात्र सैयद मसलुल करीम का घर गोघाट के मंदारन में है। उन्होंने 1965 में इसी स्कूल से सेकेंडरी पास किया।
सैयद मसलूल करीम 1976 में 21 साल की उम्र में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे। वह 3 अक्टूबर 1997 को कश्मीर की राजौरी घाटी में 84, बीएन सीआरपीएफ में सेवा करते हुए आतंकवादियों द्वारा एक बारूदी सुरंग हमले में शहीद हो गए थे। शहीद अपने पीछे पत्नी अंजुम आरा बेगम, एक बेटा और तीन बेटियां छोड़ गए हैं। उनकी स्मृति में स्कूल परिसर में एक पट्टिका का अनावरण किया जा चुका है।
शुक्रवार को स्कूल अध्यक्ष बाबर अली, स्कूल के प्रिंसिपल सुशांत कुमार घोषाल, शहीद की पत्नी अंजुम आरा बेगम समेत अन्य लोग मौजूद थे। शहीद सैयद मसलुल करीम की पत्नी अंजुम आरा बेगम ने भारत की मातृभूमि के लिए उनके बलिदान के बारे में एक विशेष भाषण दिया। साथ ही इस दिन उन्होंने कामारपुकुर-मंदरान जंक्शन पर सैयद मसलूल करीम के नाम पर एक शहीद तोरण या स्मारक स्तंभ बनाने की मांग की।