कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर पश्चिम बंगाल में ‘संस्थाओं को बर्बाद करने और युवाओं के करियर को नष्ट करने’ का आरोप लगाया। ट्विटर पर भगवा पार्टी के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा ‘धन जारी करने से इनकार’ करने के चलते पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय कैडेट कोर्प्स (एनसीसी) की समस्याओं को उजागर किया है। अमित मालवीय ने ट्वीट में मेजर जनरल यूएस सेनगुप्ता, पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त महानिदेशालय (एडीजी) और सिक्किम एनसीसी द्वारा रक्षा मंत्रालय को संबोधित एक पत्र था।
दो पन्नों के पत्र में पश्चिम बंगाल और सिक्किम निदेशालय द्वारा सूचित किया गया था कि राज्य के वित्त सचिव के साथ संपर्क सहित विभिन्न स्तरों पर अथक प्रयासों और पत्राचार के बावजूद व्यक्तिगत रूप से रक्षा सचिव के इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। पत्र के मुताबिक, “आज तक हम पहले से नामांकित कैडेट्स को प्रशिक्षित करने में असमर्थ हैं। उपरोक्त को देखते हुए जैसा कि हमारे पत्र की सिफारिश की गई है।
साथ ही 22 सितंबर को डीजी और एनसीसी के साथ हुई चर्चा के मुताबिक, ट्रग वर्षों में कैडेटों का नामांकन किया जा रहा है। जब तक राज्य सरकार को डीटीई द्वारा अनुमानित अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तब तक बंद कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल के एनसीसी, पीआरओ मेजर डा बी बी सिंह ने कहा, “यह एक गंभीर मुद्दा है। कैडेट अपनी ‘बी’ और ‘सी’ प्रमाणपत्र परीक्षाओं में बैठने की इच्छा रखते हैं और अच्छे अंक प्राप्त करते हैं।
इससे उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में अधिकारियों के रूप में शामिल होने में मदद मिलती है। जिनके पास ‘बी’ और ‘सी’ प्रमाणपत्र परीक्षा (परीक्षा) में ज्यादा अंक हैं और 55 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ गेजुएट होने वालों को संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) परीक्षा के लिए लिखित परीक्षा में बैठने की जरूरत नहीं है। वे सीधे सेवा चयन बोर्ड (SSB) साक्षात्कार के लिए उपस्थित होते हैं। यह एक बड़ा फायदा है।”