वाराणसी । नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व है। सनातन में मां दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना गया है। नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि पर मां दुर्गा की विधि पूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है और भक्त की सारी मनोकामना पूरी होती हैं। नवरात्रि में देवी मां के चरणों में किसी भी तरह का फूल चढ़ाने की जगह, अगर आप उन फूलों को देवी मां को अर्पित करेंगे, जो उनको बहुत प्रिय है। माता को नवरात्रि के नौ दिन कौन से फूल चढ़ाने चाहिए।
पहले दिन : नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की आराधना की जाती है। मां शैलपुत्री को गुड़हल का लाल फूल और सफेद कनेर का फूल बहुत पसंद है। इसलिए पहले दिन मां को गुड़हल या कनेर का फूल अर्पित करें।
दूसरे दिन : नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है। मां ब्रह्मचारिणी को लाल कनेर का फूल और वटवृक्ष के फूल काफी पसंद हैं। इसलिए मां के चरणों में इन फूलों को अर्पित करें। इससे घर-परिवार में खुशहाली आती है।
तीसरे दिन : नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप को पूजा जाता है। इस दिन आप मां चंद्रघंटा को कमल का फूल और शंखपुष्पी का फूल अर्पित कर सकते हैं। ये फूल मां को काफी पसंद हैं। कहा जाता है इससे जीवन में जल्दी सफलता मिलती है।
चौथे दिन : नवरात्रि का चौथा दिन होता है मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप के नाम। इस दिन मां की पसंद के अनुसार उनको चमेली का फूल या पीले कनेर रंग का फूल चढ़ाना चाहिए। इससे मां अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद देती हैं।
पांचवें दिन : नवरात्रि के पांचवें दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है। मां को पीले रंग के फूल बहुत पसंद हैं इसलिए उनको पीले रंग के कोई भी फूल गुलाब का फूल अर्पित करने से मां खुश होती हैं और सुख-सम्पन्नता का आशीर्वाद देती हैं।
छठे दिन : नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की आराधना होती है। मां कात्यायनी को गेंदे का फूल काफी भाता है। इसलिए उनके चरणों में इन फूलों को चढ़ाने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
सातवें दिन : नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। मां कालरात्रि को नीले रंग का कृष्ण कमल का फूल बहुत अधिक प्रिय है। इसलिए आप उनको ये फूल और इसे न मिलने की स्थिति में कोई भी नीला फूल चढ़ा सकते हैं।
आठवें दिन : नवरात्रि के आठवें दिन पूजा जाता है मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप को। जिनको मोगरे का फूल विशेष रूप से पसंद है। इसलिए मां के चरणों में इस फूल को अर्पित करें। इससे मां की कृपा घर-परिवार पर बनी रहती है।
नौवें दिन : नवरात्रि के नौवें दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप की आराधना की जाती है। मां को चंपा और गुड़हल का फूल बहुत प्रिय है। मां सिद्धिदात्री के चरणों में इस फूल को चढ़ाने से मां प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं।
ज्योतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848