- नागरी लिपि की संगोष्ठी सम्पन्न
इन्दौर। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के 27वें संचेतना महोत्सव इन्दौर में म.प्र. इकाई द्वारा आयोजित 3 संगठनो के सामूहिक आयोजन शिवाजी भवन श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति इन्दौर में देश-विदेश के अतिथियो के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। यह जानकारी प्रदेश प्रवक्ता डॉ कॄष्णा जोशी ने देते हुए बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. अशोककुमार भार्गव आईएएस पूर्व संभागायुक्त रीवा साहित्यकार भोपाल, सारस्वत अतिथि श्री कृष्णकुमार अष्ठाना प्रधान सम्पादक देवपुत्र इन्दौर विशिष्ट, विशिष्ट अतिथि डॉ. कपीलकुमार बेल्जियम, रमा शर्मा जापान, श्री केशव राय मुम्बई, डॉ. विमलकुमार जैन इन्दौर तथा अध्यक्षता श्री हरेराम वाजपेयी अध्यक्ष हिन्दी परिवार इन्दौर ने की।
संचेतना समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा सरस्वती पूजन एवं श्रीमती मणिमाला शर्मा की सुमधुर आवाज में सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र से राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी एवं कार्यक्रम संयोजक कल्पना शाह ने किया। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा ने स्वागताध्यक्ष के रूप में शिक्षक संचेतना का विस्तृत परिचय देते हुए शिक्षको के लिये, शिक्षको के द्वारा संचालित शिक्षा, साहित्य एवं संस्कृति के लिये संकल्पित अराजनैतिक संगठन बताया।
शिक्षक संचेतना का अर्थ भी समझाया। राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने संस्था की स्थापना 2002 से अभी तक की साहित्यिक शैक्षणिक गतिविधियों, विशेषांक प्रकाशन एवं सदस्यता, समारोह एवं आगामी योजनाओं की जानकारी दी। समारोह में सर्वप्रथम भारत माता श्रेष्ठ साहित्यकार सम्मान डॉ. भार्गव को अभिनंदन पत्र शॉल श्रीफल देकर अतिथियो ने सम्मानित किया। आपने उद्बोधन में विश्व में भारत देश एवं हिन्दी को सर्वश्रेष्ठ बताया।
आचार्य विनोबा भावे जयंती के अवसर पर स्मृति में नागरी लिपि का श्रेष्ठ प्रथम सम्मान श्री कृष्णकुमार अष्ठाना इन्दौर को प्रदान किया गया। श्री अष्ठाना ने हिन्दी एवं नागरी लिपि को विश्व में बढ़ता प्रभाव पर विचार व्यक्त किये।विशिष्ट अतिथि डॉ. कपील कुमार, रमा शर्मा एवं श्री केशवल राय तथा डॉ. विमलकुमार जैन ने भी संबोधित किया। समस्त अतिथियों को भी अभिनंदन पत्र प्रदान किये गये।
तत्पश्चात् भारत माता अभिनंदन में श्रेष्ठ सम्मान श्रीमती मणिमाला शर्मा एवं मालवी बोली संरक्षण सम्मान सुश्री हेमलता शर्मा(भोली बेन) तथा माँ गीतादेवी चौधरी स्मृति सम्मान से श्रीमती पुष्पा गरोठिया भोपाल को सम्मानित किया गया। समारोह के मार्गदर्शक एवं अध्यक्ष श्री हरेराम वाजपेयी का सम्मान हिन्दी के पुरोधा भारतेन्दु हरिश्चन्द्र स्मृति अभिनन्दन पत्र प्रदान किया।
समारोह में प्रदेश के 55 शिक्षको साहित्यकारो एवं समाज सेवियो को भारत माता अभिनंदन पत्र आचार्य विनोबा भावे नागरी लिपि सम्मान पत्र देकर अभिनंदन किया। सम्मान प्राप्त करने वालो में सुश्री प्रतिमासिंह सरदारपुर(धार) इन्दौर, डॉ. विनोद वर्मा देपालपुर, श्रीमती अर्चना लबानिया इन्दौर, श्रीमती कल्पना शाह कुक्षी, सुश्री प्रगति बैरागी उज्जैन, सीमा मनीष शर्मा इन्दौर, ज्योतिसिंह ठाकुर इन्दौर, सुश्री कविता वशिष्ठ देवास, कृष्णा जोशी इन्दौर, सुश्री विजयता जोशी इन्दौर, नीतू ठाकुर हरसूद, रिचा तिवारी देवास, डॉ. मनीषा दुबे दमोह, डॉ. सुनीता जैन रतलाम, सुश्री निकिता जैन इन्दौर, रीतू शर्मा मनावर,
श्रीमती कंचन कडवे उज्जैन, कोमल विश्वकर्मा, श्रीमती पुष्पा यादव इन्दौर, करूणा प्रजापति, शैली भागवत,कैलाशचन्द्र परमार संगीता केसवानी सभी इंदौर, गीता पंवार कुक्षी, विनोद सकवार, श्रीमती कमलेश पटेल कटनी, मीरा डावर केतन जोशी, माया पांचाल, प्रिया जैन, संगीता सिंह दमोह, अर्चना गौड इन्दौर, सुश्री मनीषा खेडेकर, ज्योति चौहान एवं राधा रोशन मंदसौर संगीता हडके भोपाल, अर्पणा जोशी इन्दौर आदि का सम्मान हुआ। समारोह का सफल संचालन ओजस्वी युवा कवयित्री प्रतिमा सिंह ने किया एवं आभार संयोजिका कल्पना शाह ने माना।