सूरत। गुजरात के सूरत जिले के ओलपाड में जरूरतमंद नागरिकों के लिए गुरूवार को आयोजित मेगा मेडिकल कैंप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से कहा कि हमारे लिए देश का सामान्य नागरिक भगवान के समान है। मोदी ने वर्चुअल संवाद करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार के डबल लाभ जनता को मिल रहे हैं। ऐसी जनकल्याणकारी योजनाओं के करोड़ों लाभार्थियों के आशीर्वाद सरकार को दुगनी गति से काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने लाभार्थियों से संवाद करके उनको मिलने वाले लाभों और उससे आए जीवन स्तर में सुधार के बारे में बातचीत की। साथ ही अन्य जरूरतमंद लोगों को भी योजना का लाभ दिलाने के लिए मदद करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। लाभार्थियों ने केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। ओलपाड विधायक और कृषि, ऊर्जा और पेट्रोरसायन राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल के नेतृत्व में ओलपाड़ विधान सभा परिवार द्वारा यहां आयोजित मेगा मेडिकल कैंप में हजारों जरूरतमंद लोगों ने निदान, दवा और उपचार का लाभ उठाया।
जिसमें 300 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों, 50 लैब तकनीशियन, 300 पैरामेडिकल स्टाफ की टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच, हड्डी, आंख-कान- नाक, हृदय, दंत चिकित्सा, रक्ताल्पता, रक्त और शर्करा जांच, चश्मा और दवा वितरण सहित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गयीं। इस अवसर पर केंद्र और राज्य सरकारों की 16 योजनाओं का लाभ पौने पांच लाख से अधिक लोगों तक पहुंचाया गया है। मुकेशभाई पटेल ने यह कैंप नरेंद्रभाई मोदी के 17 सितंबर के जन्मदिन के उपलक्ष में आयोजित किया है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वर्चुअल संवाद करते हुए कहा कि काई एक ही स्थान पर स्वास्थ्य शिविर लगा हजारों नागरिकों के स्वास्थ्य की देखभाल करना एक ईश्वरीय कार्य है। उन्होंने पहले से शिविर आयोजित करने के लिए मंत्री मुकेश भाई पटेल को बधाई देते हुए कहा, देश की प्रगति में स्वस्थ नागरिक, स्वस्थ समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसीलिए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य के इन्फ्रास्ट्रकचर को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया है। जब सरकार और समाज एक साथ मिलकर काम करते हैं तो देश तेजी से प्रगति की ओर बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सरकार एम्स अस्पतालों का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ हर राज्य में ज्यादा से ज्यादा मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का लगातार प्रयास कर रही है। गुजरात में पिछले दो दशकों में मेडिकल कॉलेज 11 से बढ़कर 31 हो चुके हैं।