कोलकाता। वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्यों ने बंगाल में शिक्षक भर्ती में कथित अनियमितताओं के विरोध में शहर में रैलियां निकालीं और मांग की कि भ्रष्ट आचरण से ‘शिक्षा प्रणाली’ को बचाया जाए। एसएफआई द्वारा दिन के दौरान चार रैलियों का आयोजन किया गया -जो श्यामबाजार, सियालदह, हिंद सिनेमा और हावड़ा स्टेशन से शुरू हुईं और कॉलेज स्क्वायर पर एकत्रित हुईं। रैली में भाग लेने वालों के हाथ में पोस्टर थे।
वे संविधान, देश और शिक्षा प्रणाली की रक्षा करने की मांग कर रहे थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय के सामने कॉलेज स्क्वायर पर एक सभा को संबोधित करते हुए वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने दावा किया कि उनकी पार्टी नीत सरकार के दौरान शिक्षकों सहित सरकारी नियुक्तियों में कोई धांधली नहीं हुई थी। बोस ने कहा, ‘‘वाम मोर्चे के शासन के दौरान कभी भी चिट पर लिखी गई सिफारिशों पर नौकरी नहीं दी गई।’’
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की कथित करीबी अर्पिता मुखर्जी के स्वामित्व वाले कई फ्लैट से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा लगभग 50 करोड़ रुपये नकद जब्त करने का जिक्र करते हुए माकपा नेता ने दावा किया कि उन्होंने अपने 83 वर्षों के जीवन काल में इतनी नकदी कभी नहीं देखी।