तारकेश कुमार ओझा, कोलकाता : पूत के पांव पालने में नजर आते हैं। वहीं बेटियाँ की बोली और बुद्धिमत्ता से उसके भावी जीवन की झलक मिलती है। कोलकाता की रहने वाली और दसवीं कक्षा की छात्रा अनिता कुमारी भी ऐसी ही होनहार बेटियाँ में शामिल है। पन्नों पर उत्कृष्ट चित्र बना कर वो बखूबी अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही है। चित्रकारी के लिए अनिता विभिन्न कला व सांस्कृतिक संस्थाओं की ओर से पुरस्कृत भी हो चुकी है।
कोलकाता के गोपाल मल्लिक लेन की रहने वाली अनिता को चित्रकारी का शौक विरासत में नहीं मिला। बल्कि इस ओर उसका रुझान उसके अंतर मुखी स्वभाव के चलते हुआ। परंपरागत परिवार की अनिता अब तक बालंमन की उधेड़बून से लेकर प्रकृति की विशेषताओं सहित जीवन के विभिन्न रंगों के चित्र कागजों पर उकेर चुकी है।
इसके लिए अंतर स्कूल प्रतियोगिता में वो पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी है। खाली समय में अनिता को हिंदी और बांग्ला गाने सुनना पसंद है। अनिता भविष्य में कला के क्षेत्र में ही करियर बनाना चाहती है। रिश्तेदारी में उसका अक्सर रेल नगरी खड़गपुर आना होता है। अनिता के मौसा सुभाष लाल कहते हैं कि प्रोत्साहन और अनुकूल परिवेश मिले तो वो इस क्षेत्र में मुकाम हासिल कर सकती है। फिलहाल तो हम उसके सुखद भविष्य की कामना ही कर सकते हैं।