नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) मामले की सुनवाई 22 अगस्त तक टाल दी है चूंकि केंद्र ने कहा है कि भारत में अंडर 17 महिला विश्व कप कराने को लेकर फीफा से बातचीत जारी है।न्यायालय ने केंद्र से विश्व कप भारत में कराने और एआईएफएफ का निलंबन हटाने के लिये जरूरी उपाय करने के लिये भी कहा। न्यायमूर्ति डी वाय चंद्रचूड, ए एस बोपन्ना और जे बी परीदवाला की पीठ को सोलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि सरकार और प्रशासकों की समिति ने फीफा के साथ दो बैठकें की है और भारत में अंडर 17 महिला विश्व कप कराने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने मामले की सुनवाई 22 अगस्त तक स्थगित करने का अनुरोध करते हुए कहा ताकि एआईएफएफ के सक्रिय पक्षों के बीच सहमति बन सके। मेहता ने कहा कि न्यायालय के यह कहने से काफी मदद मिलेगी कि सभी पक्ष मामले का हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। पीठ ने कहा कि अंडर 17 बच्चों के लिये यह बड़ा टूर्नामेंट है और उसे इसी से सरोकार है कि टूर्नामेंट भारत में हो। पीठ ने कहा कि कोई बाहरी इसमें दखल देगा तो बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
पीठ ने केंद्र से इस मसले पर सक्रिय भूमिका निभाने और एआईएफएफ का निलंबन हटाने में मदद के लिये कहा। भारत को करारा झटका देते हुए विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संचालन संस्था फीफा ने मंगलवार को तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित कर दिया और उससे अक्टूबर में होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए। भारत को 11 से 30 अक्टूबर के बीच फीफा प्रतियोगिता की मेजबानी करनी थी।
ब्राजील-अर्जेंटीना विश्व कप क्वालीफायर रद्द करने पर राजी फीफा : ब्राजील और अर्जेंटीना के बीच विश्व कप का निलंबित क्वालीफाइंग मैच अब नहीं होगा। दोनों देशों के फुटबॉल संघ ने मैच रद्द करने का समझौता फीफा के साथ होने के बाद यह ऐलान किया। दोनों टीमें क्वालीफायर नहीं खेलने के लिये जुर्माना भरने पर राजी हो गई । सितंबर में यह मैच शुरू होने के कुछ मिनट बाद ही रोकना पड़ा था जब ब्राजील के स्वास्थ्य अधिकारी यह कहकर मैदान में आ गए थे कि अर्जेंटीना के चार खिलाड़ियों ने कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ा है।
फीफा यह मैच अगले महीने कराना चाहता था लेकिन ब्राजील और अर्जेंटीना दोनों कतर में होने वाले विश्व कप के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं तो यह मैच औपचारिकता मात्र रह गया था। खिलाड़ियों की चोटों और निलंबन की आशंका को देखते हुए दोनों टीमों के कोचों ने यह मैच नहीं कराने पर सहमति जताई।