आगामी राष्ट्रीय और एशियन चैंपियनशिप खेलों के लिए तैयारी में जुट गए हैं रोहित जांगिड़

जयपुर । राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मेडल जीतकर ना सिर्फ जयपुर का बल्कि पूरे हिंदुस्तान का नाम रोशन करने वाले वुशु खिलाड़ी रोहित जांगिड़ एक बार फिर चर्चा में हैं। राजस्थान पुलिस में कार्यरत रोहित जांगिड़ मार्च में जैसलमेर में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा दिखाया। अब सितंबर में भारत की राजधानी दिल्ली में होने जा रहे प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जिसमे सभी राज्य के पुलिसकर्मी इस प्रतियोगिता में शामिल होंगे।

कोरोना के कारण वुशु प्रतियोगिता लंबे समय आयोजित नहीं हो रही थी, जैसे ही कोरोना का प्रभाव कम हुआ, रोहित आगामी राष्ट्रीय और एशियन चैंपियनशिप खेलों के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं। बता दें कि रोहित जांगिड़ भारतीय वुशु टीम के खिलाड़ी हैं। जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया था। पुलिसकर्मी रोहित ने तीन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप खेली। जिसमें भारत बनाम पाकिस्तान एक यादगार मुकाबला था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाड़ी को बुरे तरीके से हराया था। रोहित कहते है, जब मैं पाकिस्तान के खिलाफ खेल रहा था तो मेरे साथियों ने कहा, किसी से भी हार जाना लेकिन पाकिस्तान से कभी नहीं हारना। पहले राउंड में मैं पाकिस्तान फाइटर से पीछे था। साथियों ने इतना उत्साह बढ़ाया कि अगले ही राउंड में मैंने पाकिस्तानी फाइटर को नॉकआउट कर दिया।

चार बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को वुशु पदक दे चुके हैं। 65 किग्रा भार वर्ग में रोहित ने वर्ल्ड रैंक में चौथा स्थान प्राप्त किया था। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे उन्हें राइजिंग स्टार अवार्ड से सम्मानित कर चुकी हैं । राज्यपाल कलराज मिश्र के हाथों सम्मानित हो चुके हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उन्हें श्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिल चुका है। रोहित को वीर तेजा पुरस्कार मिल चुका है।

रोहित जांगिड़ का नाम वुशु के क्षेत्र में चमकता है जो चीनी मार्शल आर्ट का एक रूप है, जिसे कुंगफू के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि यह खेल विदेशी तटों पर लोकप्रिय है, भारत भी इस खेल में अपने कौशल को उजागर करके एक अनुकूल स्थिति हासिल करने में सक्षम है, और जयपुर, राजस्थान का यह युवक इसका एक अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों को जीतकर देश को गौरवान्वित किया है, यहां तक कि देश के लिए कई पदक भी लाए हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

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