खून के रिश्तों से भी बढ़कर होते हैं दिल के सच्चे रिश्ते – डॉ. विक्रम चौरसिया

हे सागर से भी गहरे आत्मीय साथी, हमारे आपके रिश्ते है,
कभी भी अकेलेपन से घबरा जाओ तो मुझे कॉल करना।
शायद मैं आपका परेशानी खत्म ना कर सकूं,
पर परेशानी अकेलेपन बाटूंगा जरुर,
शायद आपके आंसू रोक नही सकता,
लेकिन मैं भी तुम्हारे साथ याद रहे रोऊंगा तो जरुर ही!

हे तुम कभी परेशान हो, उदास हो या रोने का दिल करे तो मुझे कॉल करना,
परेशान लोगो के लिए हमेशा समय मेरे पास है।
कभी भी दुनियां बदरंग लगे तो मुझे कॉल या मैसेज जरूर करना,
शायद मैं पूरी दुनियां में रंग नहीं भर पाऊं,
लेकीन ये तो दुआ ज़रूर करूंगा कि मेरे से भी ज्यादा आपकी जिंदगी सुंदर हो।

कभी ऐसा भी होगा मैं कॉल ना रिसीव करूं तो तुरंत मत भाग आना,
एक बार मैसेज जरूर कर लेना अगर वहां भी रिप्लाई ना मिले तो जरूर भाग के चल आना।
हां फिर भी कभी ऐसा होगा की आप कॉल करो या मैसेज उसका जबाव ना मिले,
तो भाग कर मेरे पास आ जाना, शायद मुझे आपकी जरुरत हो।

vikram
डॉ. विक्रम चौरसिया

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