कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उस कथित टिप्पणी को वापस लेने के लिए कहा, जिसमें कहा गया था कि तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को ‘भाजपा के खिलाफ जिहाद दिवस’ के रूप में मनाएगी। बनर्जी को लिखे पत्र में धनखड़ ने बयान की निंदा की। राज्यपाल ने यह पत्र विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा उसने मुलाकात करने और आसनसोल में एक कार्यक्रम में बनर्जी द्वारा कथित तौर पर दिए गए बयान पर संवैधानिक हस्तक्षेप की मांग करने के बाद लिखा था।
धनखड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र में कहा, “आपसे 21 जुलाई, 2022 को भाजपा के खिलाफ ‘जिहाद’ की इस सबसे असंवैधानिक घोषणा को तुरंत वापस लेने का आग्रह किया जाता है।’ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 21 जुलाई को उन 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की याद में शहीद दिवस के तौर पर मनाती है, जो 1993 में उस दिन एक रैली के दौरान कथित रूप से पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। तब बनर्जी कांग्रेस में थीं और राज्य में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाला वाममोर्चा सत्ता में था।
यह सवाल करते हुए कि एक मुख्यमंत्री इस तरह का बयान कैसे दे सकती हैं, धनखड़ ने कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है और “संवैधानिक अराजकता” का संकेत देता है। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया कि धनखड़ भाजपा की शिकायतों पर सक्रिय हैं, जबकि अधिकारी के खिलाफ सत्तारूढ़ पार्टी की शिकायतों पर उनके बयान के बारे में “मौन” हैं कि 2024 में टीएमसी सरकार गिरा दी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।