कहता है श्याम कुमार राई “सलुवावाला’

।।मेरे देश की कुर्सी।। 

आजकल
मेरे देश की कुर्सी
थरती से भी
अधिक उपजाऊ
हो गई है

ये कुर्सी
फकत
सोना-चांदी, हीरे-मोती
ही नहीं
बेशकीमती गाड़ी
आलीशान कोठी-बंगला
ताकत, रूतबा,
शानोशौकत और
आने वाली
दसियों पीढ़ी के लिए
ऐयाशियों का इंतजाम
उगल रही है

इसीलिए
मेरे देश का नेता
आज
गाण्डीवधारी अर्जुन
बन गया है।

Shyam saluawala
श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’

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