कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने आठ राज्यों की सांगठनिक जिम्मेदारी मिली है लेकिन वे बंगाल नहीं छोड़ेेंगे। उन्होंने खुद को बंगाल से अलग किए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने अपने करीबी लोगों से कहा है कि वे बंगाल में रहकर ही वर्चुअल माध्यम से दूसरे राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत करने का काम करते रहेंगे। इस बीच सत्तारूढ़ दल तृणमूल ने कहा कि भाजपा में दिलीप घोष का महत्व ही नहीं समझा गया। पार्टी में उनका सही मूल्यांकन नहीं किया गया। दिलीप घोष ने कहा कि शुरुआती दिनों में मैं एक या दो बार उन राज्यों का दौरा करूंगा, जिनकी मुझे जिम्मेदारी मिली है।
वहां काम शुरू करने के बाद मैं कोलकाता से ही आभाषीय मंच से काम करूंगा। सब कुछ ऑनलाइन होगा। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी मिलने से क्या प्रदेश भाजपा के नेता खुश हैं। जवाब में उन्होंने नाम लिए बगैर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी पर तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं को मैं खुश नहीं कर पा रहा हूं। इसके लिए मैं उनसे क्षमा चाहता हूं। इधर पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तथागत रॉय ने ट्वीट कर दिलीप घोष को दूसरे राज्यों की जिम्मेदारी दिए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है।