कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हुए पूर्व पार्टी नेता अर्जुन सिंह पर निशाना साधा और भगवा पार्टी में उनके योगदान पर सवाल उठाया। घोष ने अर्जुन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंह ‘पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के अत्याचारों के शिकार हो गए। दिलीप घोष ने ट्विटर पर लिखा, “पश्चिम बंगाल की राजनीति में छोड़ना और शामिल होना होता रहता है। भाजपा में शामिल होने के बाद जिस तरह से प्रशासनिक बुलडोजर उन पर गिराया गया, वह दबाव नहीं झेल सके, इसलिए उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। हमारी पार्टी इस कदर पहुंच गई है कि विधायक के रूप में हमारे साथ आए अर्जुन सिंह जैसे लोग सांसद के रूप में चले गए।
अपने तीखे हमले को आगे बढ़ाते हुए, घोष ने अर्जुन सिंह के इस आरोप का जवाब दिया कि भाजपा एक “फेसबुक तक सीमित संगठन” है, जिसमें कहा गया है कि अगर आरोप सही होते तो पार्टी 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को नहीं खोती। दिलीप घोष ने कहा, ‘पार्टी ने उन्हें एक पद दिया, फिर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया। हमने विधानसभा में उनके बेटे को टिकट भी दिया और विधायक बनाया। जिन्हें हमने नगर निगम चुनाव में टिकट दिया, वे भी चले गए। वो ही बचा था आज उसने भी छोड़ दिया। भाजपा नैतिकता और विचारधारा के आधार पर राजनीति करती है और हम ऐसा करते रहेंगे। किसी के पार्टी से बाहर होने से उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।’
घोष ने आगे कहा, ‘एक या दो लोगों के जाने से पार्टी खत्म नहीं हो जाती। लोगों की कृपा से राज्य में हमारे 18 सांसद और 77 विधायक हैं। हमारी पार्टी अन्य दलों के आधार पर खड़ी नहीं होती है। हमारी पार्टी किसी की दया से नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं की वजह से जमीन पर मजबूती से खड़ी है। सिंह को आसनसोल के भवानीपुर में पार्टी के प्रचार अभियान की जिम्मेदारी दी गई थी। वह हर जगह विफल रहे। उन्होंने पार्टी के लिए क्या योगदान दिया है? वह पार्टी को एक भी सीट नहीं जीता सके।