कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने सरकारी स्कूलों को ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों के अभिभावकों के बीच मध्याह्न भोजन की आपूर्ति करने का आदेश दिया है ताकि बच्चे इस सुविधा से वंचित न रहें। स्कूल शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह पहली बार होगा जब ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूल के बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की जाएगी। एक आदेश में, शिक्षा विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि संबंधित स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों के अभिभावकों के बीच मध्याह्न भोजन की आपूर्ति की व्यवस्था करें। आदेश में अधिकारियों को 25 मई तक एक वितरण योजना तैयार करने को भी कहा गया है ताकि हर विद्यालय द्वारा भोजन वितरण किया जा सके।
आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक विद्यार्थी को दो किलो चावल, दो किलो आलू, 250 ग्राम चीनी, 250 ग्राम दाल और साबुन का एक टुकड़ा मिलेगा। मुर्शिदाबाद जिले के एक प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका फिरोज़ा बेगम ने कहा ‘‘यह एक अच्छा कदम है। हम 25 मई के बाद एक तारीख तय करेंगे और कर्मचारियों और शिक्षकों के एक वर्ग को विद्यालय में आकर अभिभावकों को दोपहर के भोजन का सामान सौंपने के लिए कहेंगे।’’ इस तरह की वस्तुओं को महामारी के दौर में माता-पिता के बीच वितरित किया गया था, इसलिए कोई समस्या नहीं होगी।