दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ ने नई पेंशन प्रणाली को समाप्त करने की मांग की

खड़गपुर । देश के सबसे बड़े श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेल मजदूर संघ व सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ (जीईएनसी) के आह्वान पर सम्पूर्ण देश में 3 मई से 6 मई तक नई पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के विरोध में 4 मई को मंडल रेल प्रबंधक, खड़गपुर कार्यालय के मेन गेट के समक्ष एवं दिनांक 5 मई को खड़गपुर कारखाना के मेन गेट के समीप प्रदर्शन किया गया तथा आम सभा को संबोधित किया गया और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन मंडल रेल प्रबंधक एवं मुख्य कारखाना प्रबंधक को सौंपा गया। ज्ञापन का मुख्य बिंदु को लागू कर नई पेंशन प्रणाली को हटाकर पुरानी पेंशन नीति को लागू करना।

नई पेंशन प्रणाली में सेवानिवृति के समय कर्मचारियों को न्यूनतम पेंशन की गांरटी नहीं देती। इसके अंतर्गत लापता कर्मचारी के आश्रित को पेंशन की व्यवस्था नहीं है। कंपलसरी रिटायरमेंट पेंशन की व्यवस्था नहीं है। कर्मचारियों को वृद्धावस्था में जो सामाजिक सुरक्षा पुरानी पेंशन प्रणाली (OPS) है उसकी नई पेंशन प्रणाली (NPS) में कोई गारंटी नहीं है। उक्त कारणों से कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न होने के कारण कर्मचारियों असंतोष बना हुआ है।

जैसा कि विदित है कि जनवरी 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों को CCS PENSION RULES 1972 के स्थान पर नई पेंशन प्रणाली के अंतर्गत ला दिया गया। वर्ष 2013 में PFRDA बिल पास करके तत्कालीन UPA सरकार ने नियम निर्धारित कर दिए। नई पेंशन प्रणाली लागू करवाने में रेलवे के दोनों मान्यता प्राप्त संगठनों का पूर्ण सहयोग रहा क्योंकि इनके ट्रस्टी के रूप इन्ही दोनों मान्यता पदाधिकारी जुड़े हुए थे। भारतीय मजदूर संघ एवं उससे संबद्ध महासंघ प्रारम्भ से ही NPS का विरोध करता रहा है।

इस अवसर पर दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के संरक्षक प्रहलाद सिंह, महामंत्री बलवंत सिंह, जोनल उपाध्यक्ष मनीष चंद्र झा, जोनल उपाध्यक्ष जयंत कुमार, जोनल संगठन मंत्री पी. के. पात्रो, मंडल समन्वयक टी. हरिहर राव, कारखाना सचिव पी. के. कुंडु, तथा पदाधिकारियों में ओमप्रकाश यादव, रत्नाकर साहू, संतोष सिंह, रतन पिल्लै, जलज कुमार गुप्ता, मनोज यादव, प्रकाश रंजन, श्यामंत किशन कुमार, श्रीनू तथा अन्य उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eighteen − 3 =