कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मालदा में गेंद समझकर बम उठाए जाने के बाद ब्लास्ट से पांच बच्चों के घायल होने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग वाली जनहित याचिका कलकत्ता हाई कोर्ट में स्वीकृत हो गई है। मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की खंडपीठ ने मंगलवार को अधिवक्ता अरिजीत मजूमदार की जनहित याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार किया है। इस पर जल्द सुनवाई होगी।
मालदा के पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइती ने बताया कि बमों को किसने एकत्रित कर रखा था. इसकी जांच शुरू की गई है। हालांकि घटना के 48 घंटे का वक्त बीत जाने के बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसीलिए अधिवक्ता अरिजीत मजूमदार ने याचिका लगाई है। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को ही मालदा से कालियाचक से बमों से भरा एक और बैग बरामद किया क्या है। पूरे जिले में बड़ी मात्रा में बम एकत्रित किए गए हैं, इसलिए घटना की एनआईए जांच जरूरी है।
गौरतलब है कि रविवार शाम मालदा के कालियाचक थानांतर्गत गोपालनगर इलाके में निखिल साहा नाम के व्यक्ति के घर के पीछे कुछ बच्चे खेल रहे थे। वहां एक बैग पड़ा हुआ था जिसे बच्चों ने उठाकर खोला और उसके अंदर रखी गोल चीज को बॉल समझ निकाला तो पूरे बैग में ब्लास्ट हो गया। पांचों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से आठ साल के पलटू साहा, नौ साल के मिथुन साहा और 10 साल के अब्दुल रहान की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है।