कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अपराधियों को पुलिस प्रशासन का कोई भय नहीं है और लगातार अपना दुस्साहस दिखा रहे हैं। इसका प्रमाण यह कि विवाद रोकने गए पुलिस विभाग में कार्यरत दो सिविक वालंटियर को दिनदहाड़े सरेआम हत्या कर दी गई। वह भी नृशंस रूप से। बताया गया है कि दक्षिण 24 परगना जिले के मगराहाट के मगुरपुकुर पशु बाजार में शनिवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे गाय खरीद-बिक्री को विवाद हो रहा था। हंगामा की खबर मिलने के बाद बाजार में मौजूद स्थानीय थाने के दो वालंटियर मौके पर पहुंच गए और झगड़ा रोकने की कोशिश की पर वे लोग नहीं माने उलटा सिविक वालेंटियर पर ही 15-16 लोगों ने हमला कर दिया।
दोनों को पकड़कर एक दुकान में ले गए और पहले गोली मारी फिर धारदार हथियार से दोनों का गला रेत दिया। इसके बाद दुकान में आग लगा दी। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची जब तक आग को बुझाकर दोनों को बाहर निकाले तब तक मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद से पूरे बाजार में दहशत व्याप्त है। पुलिस हत्यारोपितों को तलाश रही है। इस घटना ने एक बार फिर बीरभूम में हुए नरसंहर की याद ताजा कर दी है। वहां भी इसी तरह से धारदार हथियार से हमले कर घरों में जिंदा जलाने का आरोप है।
घटना से आक्रोशित लोगों ने इलाके को घेर कर आस-पास की कुछ दुकानों में आग भी लगा दी है। स्थिति को गंभीर होता देख मगराहाट थाना की पुलिस के अलावे डायमंडहार्बर से एसडीपीओ दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों के एकत्रित होते ही हत्यारोपित कुछ लोग भागने में सफल हो गए हैं, जबिक कुछ के उसी इलाके में कहीं छुपे होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस उन लोगों को तलाश रही है।