प्रतापगढ़, राजस्थान । संगठन में शक्ति होती है, कहा गया है संघे शक्ति कलियुगे। हम सभी राष्ट्र हित- समाज हित की प्रबल भावना से सकारात्मक सोच के साथ संगठन की सफलता के लिये सामूहिक उत्तरदायित्व से कार्य करे। हमारे समाज के संगठन को सक्रिय एवं मजबूत बनाने के लिये सतत् सम्पर्क एवं नियमित कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमि का होती है। उक्त विचार अखिल भारतीय मेवाडा गायरी महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में श्री रोकड़िया बालाजी मंदिर प्रतापगढ़ के परिसर में महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. प्रभु चौधरी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में व्यक्त किये।
समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विक्रमसिंह चौधरी ने की। अधिवेशन के मुख्य अतिथि विष्णुप्रसाद चौधरी (धार), विशेष अतिथि बहादूरसिंह चौहान (नागदा), विक्रमसिंह चौधरी (देवास) रहें।
समारोह का शुभारम्भ भगवान श्री देवनारायण जी के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया। अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय सचिव रामनिवास वकील, म.प्र. अध्यक्ष रामेश्वर धनगर, राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम गाडरी आदि ने किया। नवनियुक्त प्रदेश राजस्थान एवं मध्यप्रदेश पदाधिकारियों को शपथ डॉ. प्रभु चौधरी ने दिलायी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाषण में कहा कि समाज के विकास में पदाधिकारियों, युवाओं का विशेष योगदान होना चाहिये। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बताया कि हम संगठित रहेंगे तो समाज में हमारी कीमत बढती जायेगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा महासभा अध्यक्ष राजू चौधरी नागदा, म.प्र. अध्यक्ष डॉ. शिवलाल धनगर, बाबुलाल धनगर (नीमच), बहादुरसिंह चौधरी (नागदा), घनश्याम गाडरी (चित्तोडगढ), नगीनभाई (दाहोद) आदि ने संबोधित किया। समस्त वक्ताओं ने समाज में मृत्युभोज, बाल विवाह, नातरा प्रथा एवं अशिक्षा को समाप्त करने का आव्हान किया तथा शिक्षा के महत्व को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। संचालन समरथ धनगर ने एवं आभार रामनिवास गायरी ने माना। अधिवेशन के द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।