खड़गपुर : लॉकडाउन के बाद से कई मामलों में रेलवे के ठेकेदार मजदूरों को काम से हाथ धोना पड़ा है। कई लोगों को लॉकडाउन वेतन भी नहीं मिला। आरसीएलयू के आंदोलन के चलते नए तरीके से टेंडर किए गए। लेकिन अचानक रेलवे बोर्ड के फैसले का सर्कुलर आता है- सभी पुराने टेंडर रद्द करने पड़ रहे हैं और अगर कोई नया टेंडर होता है तो 50 फीसदी कर्मचारियों के लिए टेंडर होगा। नतीजतन, कई ठेकेदार मजदूरों की नौकरी चली जाएगी।
रेलवे के इस काले सर्कुलर के खिलाफ आरसीएलयू की खड़गपुर इकाई ने आज रेलवे के खड़गपुर मंडल कार्यालय समेत खड़गपुर स्टेशन पर विरोध मार्च निकाला। वहीं डीआरएम कार्यालय के सामने धरना दिया। डीआरएम कार्यालय में ज्ञापन भी दिया। आरसीएलयू के इस प्रदर्शन का नेतृत्व कामरेड अनिल दास ने किया। विरोध के दौरान अपनी नौकरी गंवाने वाले श्रमिकों ने रेलवे बोर्ड के सर्कुलरों को जलाकर विरोध जताया। दास ने एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। आज के धरने में मजदूर नेता कामरेड मनोज धर समेत सैकड़ों मजदूर मौजूद रहे।