कोलकाता। कोलकाता के न्यू टाउन की रहने वाली 24 साल की पायलट इंटरनेट पर छाई हुई है। हर तरफ महिला पायलट की बहादुरी की तारीफ हो रही है। दरअसल, 24 साल की महाश्वेता चक्रवर्ती अभी तक 800 से ज्यादा छात्रों को युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से बाहर निकालकर भारत में सुरक्षित घर वापस ला चुकीं हैं। ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत महाश्वेता चक्रवर्ती ने चार उड़ानों के जरिए पोलैंड से छात्रों भारत लाने में अहम योगदान दिया है। महाश्वेता हंगरी के लिए भरी गई दो उड़ानों की भी पायलट रही हैं। लेडी पायलट पिछले चार साल से प्राइवेट इंडियन कैरियर उड़ा रही हैं।
चक्रवर्ती को उनकी एयरलाइंस की ओर से रेस्क्यू मिशन के लिए चुना गया था। महाश्वेता ने बताया कि, ‘मुझे एयरलाइंस की तरफ से मैसेज आया कि आपको रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए चुना गया है। इसके बाद मैंने 2 घंटे के अंदर खुद को तैयार कर इंस्ताम्बुल के लिए उड़ान भरी।’ महाश्वेता चक्रवर्ती बताती हैं कि, “यह लाइफ-टाइम अनुभव रहा, क्योंकि मैंने उन छात्रों को रेस्क्यू किया, जिनमें से बहुत सारे बच्चे बीमार थे और जिनके पास जीवित रहने के दर्दनाक किस्से थे।
ज्यादातर बच्चे 20 से 22 साल की उम्र के आसपास के थे। मैं उनकी जीवन के प्रति लड़ाई की भावना को सलाम करती हूं। साथ ही उनके घर वापसी की यात्रा में भूमिका निभाने पर बेहद गर्व महसूस कर रही हूं। लेकिन असली हीरो ये युवा छात्र हैं, जिन्होंने युद्धग्रस्त देश से बचने के लिए भूख, प्यास, मौत की धमकी, खराब मौसम और करियर की अनिश्चितता से लड़ाई लड़ी।” बता दें कि, भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए भारत सरकार ने 77 उड़ानों के जरिए ‘ऑपरेशन गंगा’ को अंजाम दिया। भारतीय सेना के साथ मिलकर एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट समेत कई प्राइवेट एयरलाइंस ने भी इस मिशन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।