कीव/नयी दिल्ली। भारत ने यूक्रेन के सूमी में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर गहन चिंता जताते हुए उनके लिए सुरक्षित गलियारा बनाने के वास्ते तत्काल युद्धविराम को लेकर रूस और यूक्रेन की सरकार पर दबाव बनाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सूमी में फंसे छात्रों से आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की अपील की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, हम यूक्रेन के सूमी में में भारतीय छात्रों के बारे में बहुत चिंतित हैं। हमने उनके वास्ते एक सुरक्षित गलियारा बनाने के लिए तत्काल युद्धविराम को लेकर कई संपर्कों के जरिए रूस और यूक्रेन की सरकारों पर दबाव डाला है। छात्र सुरक्षा सावधानी बरतने, आश्रयों के अंदर रहने और अनावश्यक जोखिम से बचने की सलाह दी गयी है।
मंत्रालय और हमारे दूतावास नियमित रूप से उनके संपर्क में हैं। इस बीच सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी के भारतीय छात्रों के एक बड़े समूह ने वीडियो पर घोषणा की कि वे मारियुपोल की ओर बढ़ रहे हैं, जहां रूस की ओर से आंशिक युद्धविराम घोषित किया गया है। वीडियो में छात्रों ने यह भी कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो भारत सरकार जिम्मेदार होगी। भारतीय झंडे लहराते हुए उन्होंने कहा कि यह उनका आखिरी वीडियो है।
वीडियो में एक छात्र ने कहा, “ हमने बहुत इंतजार किया है तथा हम अब और इंतजार नहीं कर सकते। हम अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। हम सीमा की ओर बढ़ रहे हैं। अगर हमें कुछ होता है, तो भारतीय दूतावास और भारत की सरकार जिम्मेदार होगी। अगर हममें से किसी को कुछ भी होता है, तो ऑपरेशन गंगा सबसे बड़ी विफलता होगी। एक अन्य छात्र ने कहा, “ यह हमारा आखिरी वीडियो हो सकता है। कृपया हमारे लिए प्रार्थना करें।”