कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा ने यह दावा कर विवाद खड़ा कर दिया कि उन्हें डर है कि उन्हीं की पार्टी के नेताओं का एक वर्ग 27 फरवरी को होने वाले निकाय चुनाव के दौरान उनके निर्वाचन क्षेत्र के नगरपालिका क्षेत्र में वोट लूटने के लिए बाहर से बदमाशों को ला सकता है। मित्रा ने कहा कि उन्होंने पुलिस को कमरहाटी नगर पालिका में चुनाव में धांधली की कथित साजिश की जानकारी दी है। मित्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो इलाके के तृणमूल कार्यकर्ता पार्टी के नाम पर वोट लूटने के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे।’
मित्रा की टिप्पणी से आग-बबूला तृणमूल ने कहा कि पार्टी के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, विपक्षी भाजपा को सत्तारूढ़ तृणमूल पर हमला करने का मौका मिल गया और उसने दावा किया कि अब यह साबित हो गया है कि तृणमूल चुनावों में धांधली करती है। उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी से विधायक मित्रा ने कहा कि उन्होंने सुना है कि दूसरे जिले के विभिन्न स्थानों से हथियारबंद बदमाशों को उनके निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचने के लिए तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे कैनिंग, भोजेरहाट, भांगर और अन्य स्थानों से लोगों के फोन आ रहे हैं। वे यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या कमरहाटी में हिंसा की आशंका है।’ मित्रा ने जिन इलाकों का नाम लिया, वे राजनीतिक झड़पों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग कोलकाता के नजदीक कमरहाटी में गुंडों को भेजने के लिए ‘करोड़ों रुपये’ खर्च कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘मित्रा की टिप्पणियों ने तृणमूल की हर चुनाव में व्यापक धांधली और वोट लूटने की प्रथा का पर्दाफाश कर दिया है।’तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने ‘ कहा कि पार्टी के पास ऐसी कोई सूचना नहीं है। घोष ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि वह इस तरह की टिप्पणी क्यों कर रहे हैं। अगर उनके पास ऐसी कोई जानकारी होती तो वह इस मामले को पार्टी के अंदर उठा सकते थे।’ पार्टी इस मामले में मित्रा से बात करेगी।