नयी दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद संसद में जनता से जुड़े सवालों का जवाब देने की बजाए कांग्रेस पर निशाना साधा और लोकसभा तथा राज्यसभा का इस्तेमाल पांच राज्यों के चुनाव प्रचार के तौर पर किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे तथा पार्टी के लोकसभा सदस्य गौरव गोगोई ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी को संसद में अभिभाषण पर चर्चा के बाद जिन सवालों का जवाब देना चाहिए था उस पर उन्होंने कुछ नहीं बोला और राज्यसभा तथा लोकसभा जैसे मंचों का इस्तेमाल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नजर चुनाव प्रचार के तौर पर किया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों में देश की अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, चीनी अतिक्रमण, महंगाई, कोरोना जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं बोला जबकि चर्चा के दौरान इस बारे में उनसे सवाल भी किए गए थे लेकिन उन्होंने अपने भाषण में सिर्फ कांग्रेस और पार्टी के नेता राहुल गांधी को निशाना बनाया है। खडके ने कहा , “ किसी मुद्दे पर उनका जवाब नहीं है, जो-जो मुद्दे हमने उठाए थे, बेरोजगारी, महंगाई बेरोजगारी, कोविड की दूसरी लहर मे सरकार की असफलता के साथ ही बाकी की जो चीजें हमने रखी थी, उनका कोई रिप्लाई उनके पास नहीं, कोई आंकड़े नहीं, कोई डेटा नहीं।
हमने आंकड़े के साथ बात की थी लेकिन उन्होंने ये सब छोड़कर सिर्फ कांग्रेस पार्टी को टारगेट करके सिर्फ एक ही पार्टी को लेकर बोलते गए, इसलिए हमने ये कहा कि ये उत्तर देने की बजाए जो पांच राज्यों में चुनाव हो रहे हैं, वो उनको मैसेज देने के लिए यहाँ भाषण कर रहे थे।” गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रयोगशाला के तौर पर सदन का इस्तेमाल किया है। मोदी ने विपक्ष के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया और जनता से जुडे किसी भी मुद्दे पर अपनी बात नहीं रखी।