नयी दिल्ली। विपक्ष के कोरोना संकट को लेकर सवाल उठाये जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि कोराेना महामारी से गरीब से गरीब परिवार के जीवन को बचाने के लिए जितने भी राशि की जरुरत होगी सरकार उसे खर्च करेगी।मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद के प्रस्ताव पर राज्यसभा में करीब ग्यारह घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि करीब एक सौ साल के सबसे बड़े संकट के दौरान कुछ नेताओं ने राजनीतिक स्वार्थ के कारण खेल खेले रहे हैं। जनता जागरूक है और उसने ऐसे नेताओं की बातों पर ध्यान नहीं दिया तथा टीकाकरण कराया।
जनता ऐसे नेता से आगे निकल गयी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे संकट के दौरान उनके द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ 23 बैठकें आयोजित की गयी और उनके सुझाव लिए गये। सबने मिलकर विस्तार से चर्चा की और नीतियां बनायी गयी। कोरोना को लेकर सबने मिलकर प्रयास किया यह देश की ताकत है। उन्होंने इसे संघवाद का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया। कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक भी बुलायी गयी थी कुछ पार्टियों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था जिसकी अखबारों में आलोचना की गयी थी।