कोलकाता। गुरुवार को सभी निजी सार्वजनिक परिवहन कर्मचारी काली पट्टी लगा कर काम करेंगे। ट्रैफिक जुर्माना में भारी बढ़ोतरी होते ही कोलकाता की सड़कों से आज 750 बसें गायब है। नये जुर्माना कानून की दहशत इतनी रही कि बुधवार को कोलकाता और हावड़ा में तकरीबन 750 बसें सड़कों से नदारद रहे। बुधवार को शहर में निजी बसें और मिनी बसें कम चली, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बता दें कि नए कानून के मुताबिक सड़कों की सफेद लाइन पार करने पर 5000 रु. और वैध दस्तावेज नहीं होने पर 10 हजार जुर्माना लगेगा।
बस मालिक इतनी बड़ी राशि के जुर्माना से नाराज हैं। बस उद्योग में भारी मंदी को देखते हुए बस मालिकों ने यह फैसला लिया है। नया यातायात जुर्माना मंदी के इस दौर में लगा दिया गया है। पार्क सर्कस में बुधवार को अपराह्न तीन बजे बसों, मिनी बसों, टैक्सी, ओला, उबर सहित सभी वाणिज्यिक सार्वजनिक परिवहन का एक संयुक्त मंच की एक बैठक आयोजित हो रही है। गुरुवार को सभी निजी सार्वजनिक परिवहन कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे।
बस मालिकों का दावा है कि यह हड़ताल नहीं है। जुर्माना के डर से वाहन चालक बस चलाना नहीं चाहते। फिलहाल कोलकाता और हावड़ा को मिलाकर करीब साढ़े चार हजार बसें चलती हैं जो छुट्टियों में घटकर करीब साढ़े तीन हजार चलती हैं। इनमें से करीब 750 बसें बुधवार को सड़क पर नहीं उतरीं।