कोलकाता । बीजेपी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि इस बीजेपी को देखकर लगता है कि छू-कित-कित की पार्टी है। वहा दो पंडा हैं। लोकसभा चुनाव में मुझे बंगाल की 42 सीटें चाहिए, तृणमूल उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ेगी, ममता ने किया ऐलान। जैसी कि उम्मीद थी, ममता बनर्जी फिर से तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई हैं। पार्टी ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में संगठनात्मक चुनाव में ममता को अपना अध्यक्ष चुना। उसके बाद ममता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए ऐलान किया कि वह उत्तर प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। साथ ही उन्होंने कहा, दूसरे राज्य में जाने से पहले अपने घर को मजबूत करने की जरूरत है। हमें बंगाल में लोकसभा की सभी 42 में से 42 सीटें चाहिए। इसके लिए हमें बिना किसी संघर्ष के भाजपा से लड़ना होगा। भाजपा को हटाने का समय आ गया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए इसी महीने मतदान होना है। इसे लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए घर को मजबूत करने की जरूरत है। ऐसा कुछ भी नहीं करूंगी जिससे भाजपा की ताकत बढ़े। मैं अभी यूपी में चुनाव नहीं लड़ने जा रहा हूं। मैं उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव लड़ूंगा। लेकिन इस बार मैं विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव का समर्थन करने जा रहा हूं। उत्तर प्रदेश में 8 फरवरी को कार्यक्रम है। हमारी पार्टी वहां काम कर रही है। मैं विधानसभा में अखिलेश यादव के मोर्चे की मदद करूंगी। हमलोग देश के दूसरे राज्यों में भी चुनाव लडेंगे। गोवा में 3-4 महीने से काम कर रहीं हूं। पार्टी त्रिपुरा में भी अच्छा प्रदर्शन की है। आने वाले दिनों में हम पार्टी को देश के बड़े हिस्सें में ले जाएंगे। हमारी पार्टी की कार्यसमिति की पहली बैठक दिल्ली में होगी। वहीं पार्टी का कार्यक्रम तय होगा।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि, इस बीजेपी को देखकर लगता है कि छू-कित-कित की पार्टी है। दो पंडा हैं, एक के छू कहते ही दूसरा कित कहता है। लोगों के लिए एक शब्द नहीं। बीजेपी सिर्फ पैसे से चलती है। दूसरे शब्दों में, पेगासस। अभिषेक, पीके सभी को टैप किया है। लेकिन हम निष्पक्ष सुनवाई चाहते हैं। लोग पेगासस के खिलाफ लड़ेंगे अगर वे सभी को डराने के लिए पेगासस चलाएंगे। देश को ताकत के बल से चला रहें हैं। भाजपा शासित राज्यों में बल पूर्वक शासन चल रहा है। मिशनरीज ऑफ चैरिटी को उनका फंड इसलिए मिला क्योंकि हमने सवाल उठाए थे।
बजट के बारे में बात करते हुए ममता ने कहा, इस बार बजट में सौ दिन के काम में रुपया कम कर दिया गया है। इन सौ दिनों के काम में गरीब लोगों की बड़ी आशा थी। कोई विरोध नहीं कर रहा है। पीएम केयर का करोड़ों रुपये उठा लिया। उनका एकमात्र हथियार ईडी-सीबीआई और पैसा है। दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान कितने लोगों की मौत हुई जानते हैं? क्यों नहीं जानते। आज एक दुष्ट-दुष्ट का खेल चल रहा है। आज अगर दुर्योधन, दु:शासन जिंदा होते तो वे भी खुद को फांसी लगा लेते। ऐसे में मैं चाहता हूं कि सांसद और विधायक अपनी जिम्मेदारी निभाएं।