ईएसडब्ल्यू सोसाइटी के 22वें स्थापना दिवस पर हुआ पुरस्कार वितरण
नई शिक्षा नीति पर आधारित वरटीब्रेटस एंड इवोल्यूशन डॉ. अश्वनी कुमार दुबे एवं डॉ. सुनीता सिंह द्वारा लिखित पुस्तक का हुआ विमोचन
खजुराहो । द्वि सहस्राब्दी वर्ष से संचालित मध्यप्रदेश शासन एवं नीति आयोग भारत सरकार से संबंद्ध एनवायरमेंट एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी, खजुराहो, मध्य प्रदेश द्वारा दो दिवसीय 9वीं वार्षिक राष्ट्रीय अनुसंधान अधिवेशन का आयोजन “पर्यावरणीय तनाव का मानव पर प्रभाव एवं आपदा प्रबंधन” विषय पर आज संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. धृति बनर्जी निदेशक जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज कोलकाता, अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार धगट कुलपति श्री कृष्णा विश्वविद्यालय छतरपुर, विशिष्ट अतिथि डी.पी. द्विवेदी अनुविभागीय अधिकारी राजनगर, डॉ. नंदिता पाठक वरिष्ठ समाजसेवी एवं डॉ. भरत पाठक नमामि गंगे के ब्रांड एंबेस्डर, डॉ. अश्वनी कुमार दुबे ईएसडब्ल्यू सोसायटी अध्यक्ष विभिन्न राज्यों से आए शोधार्थी, प्राध्यापक, पर्यावरणविद एवं विषय विशेषज्ञ उपस्थित रहे। वंदना दुबे मैनेजिंग डायरेक्टर गोदावरी अकैडमी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी छतरपुर ने सभी अतिथियों को बैज लगाकर स्वागत किया।
मुख्य अतिथि डॉ. धृति बनर्जी ने कहा कि हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए स्वार्थी होना पड़ेगा और हमें अपनी जरूरतों के अनुसार आगे काम करने की जरूरत है। पर्यावरण संरक्षण हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण पहलू है। डी.पी. द्विवेदी अनुविभागीय अधिकारी ने कहा कि मनुष्य ही सबसे ज्यादा पर्यावरण को प्रभावित करता है। ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण का कम होना मानव जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। यदि इस कार्य को अभी से नहीं किया गया तो आगे और भी भीषण परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। डॉ. भरत पाठक ने ईएसडब्ल्यू के इस आयोजन को विज्ञान के छात्र छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन से समाज में चेतना जागृत होती है और छात्र-छात्राओं में रिसर्च करने एवं शोध पत्रों के प्रकाशन करने की प्रेरणा मिलती है।
डॉ. नंदिता पाठक ने बताया कि 22 सालों से ईएसडब्ल्यू सोसायटी द्वारा किया गया कार्य पर्यावरण के क्षेत्र में पूरे भारतवर्ष में महत्वपूर्ण योगदान रखता है। डॉ. अनिल धगट ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में ईएसडब्ल्यू सोसाइटी के साथ जुड़े सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि इससे समाज में चेतना जागृत होती है एवं विद्यार्थियों को पर्यावरण विषय पढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
एनवायरमेंट एंड सोसल वेलफेयर सोसाइटी के 22वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में दो दिन चले तकनीकी सत्र एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं तथा विषय विशेषज्ञों को सम्मानित किया गया। जिसमें ईएसडब्ल्यू अप्रिशिएसन अवार्ड रूबी यादव लखनऊ, सोशल इन्नोवेटिव ईएसडब्ल्यू नेशनल अवार्ड डॉ. राजेश कुमार पांडे झांसी, लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड डॉ. अशोक चौबे मेरठ विश्वविद्यालय, गोदावरी अकैडमी इंपैक्ट अवार्ड डॉ. अजय कुमार पांडे लखनऊ, बेस्ट साइंटिस्ट अवार्ड डॉ. संदीप आर्य झांसी, यंग एनवायरमेंटलिस्ट अवार्ड सज्जाद उल अकबर बानी आईएम कॉलेज इंदौर।
बेस्ट पोस्टर प्रेजेंटेशन अवार्ड डॉ. अमिता यादव जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर, बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन अवार्ड तृप्ति यागिक बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, अनिल केवट जय ललिता यूनिवर्सिटी तमिलनाडु, शिवानी पाठक गवर्नमेंट साइंस कॉलेज जबलपुर, अमिता यादव महात्मा गांधी चित्रकूट विश्वविद्यालय चित्रकूट। आहार क्रान्ति ऑनलाइन फोरम में डॉ. रश्मि कुलकर्णी अमेरिका, कन्हैया माहोर आरपीपीजी कॉलेज कमालगंज, महेंद्र कुमार यादव कॉलेज आफ फिशरीज गोविंद बल्लभ पंत एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय पंतनगर उत्तराखंड, यंग साइंटेस्ट अवार्ड डॉ. रितेश कुमार खरे रघुवीर सिंह शासकीय डिग्री कॉलेज ललितपुर को दिया गया।
ईएसडब्ल्यू फेलोशिप अवार्ड लखावत रामसिंह तेलंगना, डॉ. प्रवीण कुमार लेह, डॉ. रंजना वर्मा महू, डॉ. अवनीश कुमार सिंह मऊ उत्तर प्रदेश, डॉ. संदीप आर्य झांसी, प्रोफ़ेसर वंदना राय जौनपुर को प्रदान की गई। वही प्रकृति संरक्षण के लिए डॉ. संदीप कुशवाहा अतनु नासकार जूलोजिकल सर्वे आफ इंडिया, बाबा तबसुम देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, शालिग्राम सोनी छत्तीसगढ़ को ईएसडब्ल्यू एप्रिसिएशन तथा मोहम्मद मंसूर आलम बिहार, डॉ. प्रह्लाद दुबे कोटा को रिकॉग्निशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से विनोद भारती दैनिक स्वतंत्र समय, तुलसीदास सोनी पैपटेक टाइम्स, भरत यादव नेटवर्क 10, जीतेंद्र रिछारिया हरिभूमि, सौरभ अवस्थी साधना न्यूज़, भागवती जी सिटी न्यूज़18, मोहम्मद इमरान संपादक सत्ता सुधार, गणेश रैकवार अमर स्तंभ को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
दो दिवसीय कांफ्रेंस के छः तकनीकी सत्र में बायोलॉजिकल साइंस पृथ्वी विज्ञान कोविड-19 विषय पर आधारित पर्यावरण के तनाव के कारण मछलियों के बायप्रोडक्ट की उपयोगिता एक्वाकल्चर जैव विविधता गिद्ध संरक्षण मृदा गुणवत्ता जल की गुणवत्ता मशरूम कल्टीवेशन हेवी मेटल का मानव जीवन पर प्रभाव पर्यावरण नियम पक्षियों के संरक्षण जीव जंतुओं का टैक्सनॉमिक महत्व से संबद्ध शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया गया। पूरी कांफ्रेंस के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन एवं कोविड-19 गाइडलाइन का पूर्णता पालन किया गया। सोसायटी अध्यक्ष डॉ. अश्वनी कुमार दुबे ने सभी अतिथियों को ईबीएसडब्ल्यू सोसाइटी के स्मृति चिन्ह भेटकर अतिथियों को सम्मानित किया कार्यक्रम का संचालन डॉ. अश्वनी कुमार दुबे तथा आभार प्रदर्शन डॉ. प्रह्लाद दुबे ने किया।