कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125 जयंती के विषय पर आधारित एक ट्राम को झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि पश्चिम बंगाल की गणतंत्र दिवस झांकी को केंद्र से नामंजूर किये जाने का यह ‘करारा’ जवाब है जिसकी विषयवस्तु भी यही थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पलटवार करते हुए कहा कि मित्रा के बयान से पता चलता है कि तृणमूल कांग्रेस राज्य सरकार की हर परियोजना का राजनीतिक फायदा उठाना की कोशिश कर रही है।
दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट डिपो में पश्चिम बंगाल परिवहन निगम लिमिटेड के अध्यक्ष मित्रा ने एक ही डिब्बे के इस ट्राम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ‘बालक’ नामक इस ट्राम में बोस पर पुस्तकें हैं, उनके पोस्टर एवं फोटो लगाये गये हैं। उसे तिरंगा से सजाया गया है। मित्रा ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल और उसकी जनता के अपमान पर राज्य का नयी दिल्ली के प्रति यह करारा जवाब है। जब भी नयी दिल्ली बंगाल का अपमान करेगी हम उसे करारा जवाब देंगे। बंगाल को कमतर कर न आंके। यह ट्राम गरियाहाट और एसप्लानेड के बीच पांच दिनों तक चलेगी।
भाजपा ने कहा कि मित्रा को उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी गंभीरता से नहीं लेती है। मजूमदार ने कहा, ‘‘हाल के फेसबुक लाइव के चलते तृणमूल द्वारा फटकार लगाये जाने के बाद मदन मित्रा, जिन्हें उनकी पार्टी के नेतृत्व द्वारा गंभीरतापूर्वक नहीं लिया जा रहा है, कुछ अंक हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं और उनकी नजर अपने बयानों से मंत्रिमंडल में पद हासिल करने पर टिकी है। उनका बयान दर्शाता है कि तृणमूल कांग्रेस राज्य सरकार की हर परियोजना का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है।’’