नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर स्कूल की ज़मीन बेचकर करोड़ों का घालमेल करने क़ा आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और करोल बाग से विधायक विशेष रवि ने गुरुवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा शासित निगम स्कूलों की ज़मीन बेचकर करोड़ों का भ्रष्टाचार करने की तैयारी में है। मेरे पास निगम के टेंडर की कॉपी है, उसमें चार स्थानों पर पार्किंग बनाने की तैयारी है।
निगम ने पहला अजमल खां रोड के लिए 175 करोड़ का, दूसरा न्यू अशोक नगर के लिए 168 करोड़ का, तीसरा शास्त्री पार्क के लिए 195 करोड़ का और चौथा उषा लेन के लिए 148 करोड़ का टेंडर निकाला है। करोलबाग जैसी प्राइम लोकेशन पर 50 गज की ज़मीन भी करोड़ों की मिलती है, लेकिन निगम 4,115 वर्ग मीटर की ज़मीन को मात्र 175 करोड़ रुपए में बेच रही है। अब लगभग 6,000 वर्ग मीटर की स्कूल की ज़मीन से 3,000 वर्ग मीटर की ज़मीन छीनकर उसपर भी मल्टीलेवल पार्किंग बनाने की तैयारी हो रही है।
निगम स्कूल की ज़मीन को 90 सालों की फ्री होल्ड लीज़ पर दे रही है, एक प्रकार से अब वह कॉन्ट्रैक्टर ही ज़मीन का मालिक हो गया। टेंडर में साफ लिखा है कि कॉन्ट्रैक्टर डिफॉल्टर नहीं होना चाहिए लेकिन यहां तो कॉन्ट्रैक्टर के नाम पर कई केस दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी एमसीडी के फैसले का विरोध करती है, करोलबाग की जनता और वहां के ज्यादातर आरडब्ल्यूएस हमारे साथ हैं।
करोलबाग की जनता का कहना है कि हमें और अधिक स्कूलों की जरूरत है, हम निगम सिविक सेंटर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के घर पर विरोध प्रदेशन करेंगे।उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले हमने बताया था कि एमसीडी करोलबाग की बैक स्ट्रीट के एक स्कूल की ज़मीन को बंद कर के एक मल्टीलेवल पार्किंग बना रही है। उस समय हमने आपको एक स्कूल के बारे में बताया था और आज में आपके सामने करोल बाग के दूसरे स्कूल की जानकारी भी रखूंगा।
एमसीडी दूसरे स्कूल की ज़मीन को भी नीलाम कर रही है। उस ज़मीन को बेचकर वहां भी मल्टीलेवल पार्किंग का प्रॉजेक्ट ला रही है। उस दिन मैंने आपको अजमल खां रोड के बारे में बताया था। मेरे पास इनके टेंडर के दस्तावेज मौजदू हैं। एमसीडी ने जो टेंडर निकाला था उसमें पता चल रहा है कि चार स्थानों पर पार्किंग बनाने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो लोग कुछ दिन पहले कह रहे थे कि यह प्रॉजेक्ट हम इसलिए लेकर आएं हैं क्योंकि स्कूल बंद हो चुका है।
यहां बच्चे हैं ही नहीं। इससे यह साबित हो जाता है कि इनको बच्चों के होने न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जिस स्कूल की मैं बात कर रहा हूं, उस स्कूल में आज भी बच्चे पढ़ रहे हैं। चलते हुए स्कूल की आधी ज़मीन को बेचकर यह लोग पार्किंग बनाने जा रहे हैं। यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और शर्म की बात है। हद तो यह हो गई कि जिस जगह पर स्कूल की नई इमारत बन सकती थी, जिस जगह पर बच्चों के लिए लैब बन सकता था, जिस जगह पर बच्चों के लिए लाइब्रेरी बन सकती थी, यह सब काम न करते हुए एमसीडी ने चलते हुए स्कूल की ज़मीन को कम कर के वहां पर पार्किंग का प्रॉजेक्ट लाया जा रहा है।
आप नेता ने कहा कि अजमल खां रोड की जो जगह है, जिसपर इस कॉन्ट्रैक्टर को टेंडर दिया जा रहा है, यह जगह 4,115 वर्ग मीटर की है। जिसके लिए 175 करोड़ रुपए का ठेका दिया जा रहा है। आप जानते हैं कि करोलबाग कितनी महंगी जगह है। अगर वहां 50 गज़ की भी दुकान लेने जाएंगे तो आपको करोड़ों से कम नहीं मिलेगी। और इतनी प्राइम लोकेशन पर 4,115 वर्ग मीटर की ज़मीन को सिर्फ 175 करोड़ में दिया जा रहा है। इसके अलावा जमीन को 90 साल की लीज़ पर दिया जा रहा है।
यानी कि इस कॉन्ट्रैक्ट के बाद 90 सालों तक सरकार का उस ज़मीन पर कोई अधिकार नहीं होगा। उसके बाद वह कॉन्ट्रैक्टर ही उसका मालिक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे एक नहीं बल्कि हमारे पास कई उदाहरण हैं। जहां पर जब 90 सालों के लिए किसी को लीज़ पर जगह दी जाती है तो उसके बाद सरकार जब अपनी जगह को वापस लेने जाती है तो मामला कोर्ट में चला जाता है। वह कॉन्ट्रैक्टर उस जगह को कभी नहीं छोड़ता है।