“नव- सृजन : एक सोच” साहित्यिक समूह द्वारा आयोजित काव्य – आवृत्ति का एक अनूठा कार्यक्रम

कोलकाता : मकर संक्रांति के अवसर पर “नव – सृजन : एक सोच” साहित्यिक समूह द्वारा काव्य – आवृत्ति का एक अनूठा कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया, इस आयोजन में शामिल कवि और कवयित्रियों ने देश के प्रसिद्ध वरिष्ठ एवं धरोहर कवियों की कविता का पाठ किया, कार्यक्रम की शुरुआत कवि राजेन्द्र सिंह रावत ने सरस्वती वंदना गाकर किया, वहीं कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रसिद्ध युवा कवयित्री अनु नेवटिया ने बेहद कुशलता से किया, इस कार्यक्रम में शामिल कवि और कवयित्रियों में जे. पूजा ने कवि विनोद कुमार शुक्ल, अंजन मिश्र ने कवि गोपाल सिंह नेपाली,

छाया सिंह ने कवि बाबा नागार्जुन, विनय सक्सेना ने कवि तुलसीदास, अशोक कुमार सैनी ने कवि सोहन लाल द्विवेदी, रवि कुमार ‘रवि’ ने कवि रामधारी सिंह दिनकर, राजेन्द्र सिंह रावत ने कवि तुका राम वर्मा, अमित कुमार अम्बष्ट “आमिली” ने कवि शैल चतुर्वेदी, राजीव नंदन मिश्र ने कवि अटल बिहारी वाजपेयी, जयकांत पंडित ने कवि दुष्यंत कुमार, मौसमी प्रसाद ने कवि ध्रुवदेव मिश्र पाषाण, रमाकांत सिन्हा ने कवि सोहन लाल द्विवेदी और जयप्रकाश विलक्षण ने कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता का पाठ किया।

कार्यक्रम का समापन मंजू चौहान ने सभी कवियों- कवयित्रियों और ऑनलाइन उपस्थित श्रोतागण को धन्यवाद देकर किया। “नव-सृजन : एक सोच” साहित्यिक समूह के संस्थापक रवि कुमार रवि और अमित कुमार अम्बष्ट ने संयुक्त रूप से कहा कि हिन्दी साहित्य को सहेज कर रखने के लिए आज ऐसे कार्यक्रमों की बहुत आवश्यकता है, आगे भी नव : सृजन ऐसा आयोजन करता रहेगा।

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