पटना। बिहार पुलिस की मद्यनिषेध इकाई ने अंतरराज्यीय शराब माफिया को गिरफ्तार किया है। पश्चिम बंगाल के रहनेवाले शराब माफिया समर घोष को बुधवार की रात पूर्णिया से गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली। बिहार में शराब की बड़ी खेप भेजने से संबंधित आठ मामले विभिन्न जिलों में उस पर दर्ज हैं। समर घोष से पूछताछ जारी है। संभावना है कि शराब तस्करी के कई अन्य मामलों में उसकी संलिप्तता सामने आ सकती है। गिरफ्त में आया समर घोष पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर स्थित रटहर दानीगाछी हउसा का रहनेवाला है।
वह दालकोला और उसके आसपास के जिलों में शराब माफियाओं को संरक्षण भी देता था। विदेशी शराब के साथ इसका गिरोह नकली शराब और स्प्रिट की तस्करी से भी जुड़ा रहा है। मद्यनिषेध इकाई के मुताबिक, दालकोला चेकपोस्ट पर बिहार पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद इसने झारखंड की सीमा से शराब की तस्करी शुरू कर रखी थी। पूछताछ में पता चला कि पश्चिम बंगाल में विभिन्न लोगों के साथ मिलकर इसने शराब का अवैध कारोबार करने के लिए एक सिंडिकेट बना रखा था।
समर घोष बड़ा शराब माफिया है। बिहार के पूर्णिया, अररिया, सुपौल, समस्तीपुर, दरभंगा और कटिहार समेत अन्य जिलों में ट्रक या पिकअप के जरिए झारखंड के रास्ते बिहार में शराब भेजता था। इसके खिलाफ इन जिलों में शराब तस्करी से जुड़े 8 मामले दर्ज हैं। सभी मामले बीते वर्ष 2021 में दर्ज हुए थे। इसके अलावा अन्य कांडों में भी इसकी संलिप्तता हो सकती है।
समर घोष पश्चिम बंगाल के साथ झारखंड, उत्तर पूर्व के राज्यों तक से शराब की तस्करी कर उसे बिहार पहुंचाता रहा है। इसकी गिरफ्तारी बिहार पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। मद्यनिषेध इकाई का मानना है कि समर घोष का पकड़ा जाना बड़ी सफलता है। इससे शराब तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट पर लगाम लगेगी।