Kolkata: BSF के क्षेत्राधिकार पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और मुख्यमंत्री फिर आमने-सामने हैं। राज्यपाल धनकड़ बोले- स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के बीच समस्या पैदा कर रहीं मुख्यमंत्री। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि बीएसएफ का क्षेत्राधिकार अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर तक है। जिसके बाद राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) का सीमा पर क्षेत्राधिकार बढ़ाने के साथ हावड़ा नगर निगम से बाली नगर निगम को अलग करने पर पश्चिम बंगाल में विवाद जारी है। इस बीच राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरा है। राज्यपाल का कहना है कि सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र के संबंध में निर्णय लिया गया कि वे 50 किमी की सीमा में काम करेंगे फिर मुख्यमंत्री 15 किमी रेंज की बात क्यों कर रही है और स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के बीच समस्या पैदा कर रही हैं।
वहीं हावड़ा नगर निगम में डिवीजन बनाने को लेकर भी राज्यपाल धनखड़ ने ममता सरकार को घेरा है। राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा ने हावड़ा नगर निगम में डिवीजन बनाने का फैसला किया है। मुझे बिल पर अंतिम निर्णय लेना है लेकिन मैंने 24 नवंबर को प्रदेश सरकार से बिल के बारे में पूछताछ की और आज तक कोई जवाब नहीं आया, मैं इसकी सराहना नहीं करता।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को फिर बीएसएफ के अधिकार को लेकर सवाल उठाया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कृष्णानगर में प्रशासनिक बैठक से फिर से बीएसएफ को लेकर कड़ा संदेश देते हुए कहा कि बीएसएफ अपना काम करे, पुलिस का काम पुलिस को करना है। आम आदमी पर किसी भी तरह का अत्याचार वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगी। कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बीएसएफ के इस मुद्दे पर ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने पत्र में कहा है कि वह इस बात से चिंतित हैं कि मुख्यमंत्री बीएसएफ के बारे में क्या कह रही हैं?
दरअसल ममता बनर्जी ने छह दिसंबर को उत्तरी दिनाजपुर के कर्णजोरा में प्रशासनिक बैठक की थी। उस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि बीएसएफ का क्षेत्राधिकार अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर तक है। वहां भी बीएसएफ को बीडीओ और आईसी को देखना होता है ताकि वह स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कोई भी काम कर सके। ममता बनर्जी के इस बयान से विवाद पैदा हो गया है।