कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘अब कोई यूपीए नहीं है’ वाले बयान पर सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस नेताओं ने ‘दीदी’ के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं। इस क्रम में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि क्या ममता बनर्जी को नहीं पता यूपीए क्या है? मुझे लगता है कि उन्होंने पागलपन शुरू कर दिया है। वह सोचती हैं कि पूरे भारत ने ‘ममता, ममता’ का जाप करना शुरू कर दिया है। मगर भारत का मतलब बंगाल नहीं है और अकेले बंगाल का मतलब भारत नहीं है। पिछले बंगाल चुनावों से उनकी रणनीति धीरे-धीरे उजागर हो रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा और ममता ने मिलकर जो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का सियासी खेल खेला वो सामने आ रहा है। भाजपा ने एनआरसी पर अपना रुख बदला, यह चुनाव के साथ समाप्त हुआ। एनआरसी का डर दिखाकर वे चुनाव में फायदा उठाना चाहते थे। इसलिए, ममता बनर्जी जो कुछ भी कहती हैं, भाजपा उससे सहमत है।
उधर, राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने ऐसे कई सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर टीएमसी को साथ लेने का प्रयास किया। विपक्ष को बंटना नहीं चाहिए। अपनेआप में लड़ने की बजाय हमें एक होकर भाजपा का मुकाबला करना चाहिए। इससे पहले केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि कांग्रेस के बिना भाजपा को हराने की बात करना एक सपना है और इसे कोई भी देख सकता है। उन्होंने बुधवार को ममता बनर्जी को पीएम फेस के तौर पर प्रोजेक्ट करने की टीएमसी की महत्वाकांक्षाओं पर टिप्पणी की थी।