नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के अपने मासिक एपिसोड में स्टार्टअप्स के महत्व पर जोर दिया और कहा कि जो युवा कभी नौकरी की तलाश में थे, वे अब नौकरी देने वाले बन गए हैं क्योंकि ‘स्टार्टअप भारत के विकास की कहानी में महत्वपूर्ण मोड़ बन गया है। उन्होंने कहा कि देश स्टार्टअप क्षेत्र में अग्रणी है क्योंकि 70 कंपनियों ने भारत में ‘यूनिकॉर्न’ का दर्जा हासिल किया है। ‘यह भारत की विकास गाथा का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जहां लोग अब न केवल नौकरी चाहने वाले बनने का सपना देख रहे हैं बल्कि नौकरी देने वाले भी बन रहे हैं। इससे वैश्विक स्तर पर भारत का कद और मजबूत होगा।’ उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 तक देश में मुश्किल से नौ या दस यूनिकॉर्न हुआ करते थे लेकिन अब भारत यूनिकॉर्न की दुनिया में भी ऊंची उड़ान भर रहा है।
उन्होंने कहा, “यह सच है, यह स्टार्टअप का युग है, और यह भी सच है कि स्टार्टअप की दुनिया में, भारत आज अग्रणी है। स्टार्टअप्स को साल दर साल रिकॉर्ड निवेश मिल रहा है। यह क्षेत्र बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा, कि तीन पहलू बहुत मायने रखते हैं – विचार और नवाचार, जोखिम लेने की भावना और कैन डू स्पिरिट। जब ये तीनों चीजें एक साथ आती हैं, तो अभूतपूर्व परिणाम उत्पन्न होते हैं, चमत्कार होते हैं। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत के लाभार्थियों से भी बात की और आश्चर्य किया कि कैसे चीजें तेज गति से बदल रही हैं क्योंकि सरकार योजनाएं बनाती है, बजट खर्च करती है, परियोजनाओं को समय पर पूरा करती है, लोगों को लगता है कि यह काम कर रहा है।
विकास की कई योजनाओं के बीच मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी चीजें हमेशा एक अलग तरह का आनंद देती हैं। जब लाभार्थी में से एक राजेश प्रजापति ने कहा, वह चाहते हैं कि मोदी सत्ता में बने रहें, तो उन्होंने कहा कि “कृपया सत्ता के लिए प्रार्थना न करें, मैं सेवक के रूप में राष्ट्र की सेवा में रहना चाहता हूं।” पीएम मोदी ने स्वच्छ जलवायु पर भी जोर दिया और पूर्वोत्तर की तस्वीर का जिक्र किया। “मैं सोशल मीडिया पर मेघालय में एक उड़ती हुई नाव (फ्लाइंग बोट) की तस्वीर देख रहा हूं जो वायरल हो रही है। यह तस्वीर पहली नजर में ही हमारा ध्यान खींच लेती है। आप में से अधिकांश ने इसे ऑनलाइन देखा होगा। प्रकृति हमें एक मां की तरह पालती है और हमारी दुनिया को भी चमकीले रंगों से भर देती है।”