आज का विषय : GCP सर्टिफिकेशन
कोलकाता : IRES इंडिपेंडेंट रिसर्च एथिक्स सोसाइटी का 256वां आयुष समृद्धि इंटरनेशनल वेबिनार सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। आज के वेबीनार का विषय था, GCP सर्टिफिकेशन अर्थात गुड क्लीनिकल प्रैक्टिस जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्टैण्डर्ड बायोमेडिकल स्टडीज है। कार्यक्रम का आरंभ हमेशा की भांति ईश्वर स्तुति से हुई। कार्यक्रम की मेजबानी कोलकाता से डॉ. परीक्षित देबनाथ और मॉडरेटर डॉ. जयेश ठक्कर ने किया।
कार्यक्रम में प्रथम वक्ता अनिल जौहरी, चेयरमैन स्टीयरिंग कंपनी, नई दिल्ली से जुड़े। उन्होंने स्टैण्डर्ड गाइडलाइन्स के संबंध में बताया। उन्होंने स्चेमाटिकल्ल्य ऐक्रेडिटेशन बॉडी के संबंध में बताया।
द्वितीय वक्ता डॉ. सनीश दविश R&D, डायरेक्टर जनसेन, प्रेजिडेंट ISCR, नई दिल्ली से थे। उन्होंने प्रोटोकॉल, डाटा डेवलपमेंट के संबंध में बहुत कुछ टेक्निकल बातें काफी सहजता से समझाया। तीसरे वक्ता प्रो. देबजानी रॉय, प्रोग्राम मैनेजर CDSA, भूतपूर्व सलाहकार QCI भारत सरकार, ने भी सरल भाषा में GCP इंस्टिट्यूट कोर्स के बारे के जागरूकता की जरूरत पर बल दिया। कार्यक्रम के चौथे वक्ता डॉ. पवन कुमार शर्मा, क्लीनिकल रिसर्च एक्सपर्ट, वाईस प्रेजिडेंट, ADMAI, AVP इमामी एवं झंडू ने आने वाले कोर्स और पूरी प्लानिंग बताया।
ओपन डिस्कशन में डॉ. हरीश वर्मा कनाडा से, डॉ. गंगा हदिमानी जामनगर से, डॉ. नीता शर्मा कोलकाता से, डॉ. सी.बी. झा वाराणसी से, डॉ. जेपी सिंह हरियाणा से, प्रो. अग्निहोत्री हरिद्वार से और भी बहुत जगहों से डॉक्टर्स जुड़े हुए थे। अगले 2022 से IIRES इंस्टिट्यूट GCP सर्टिफिकेशन और विभिन्न कोर्स भी शुरू करेंगे। आज का आशीर्वचन यूट्यूब चैनल ऑफ़ इंडिपेंडेंट रिसर्च एथिक्स सोसाइटी के यूट्यूब पर उपलब्ध हैं।