अमितेश, खड़गपुर : जिले में लगातार बारिश होने के कारण पिछले महीने 22 सितंबर को तलचिटकिनी में केलघई नदी का बांध टूटने से प्रलयकारी बाढ़ से जिले के भगवानपुर -1 व 2, पोटाशपुर -1 व 2 समेत चांदीपुर प्रखंडों में सैकड़ों की संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। हजारों मिट्टी के घर तबाह हो गए। जल निकासी नहरों की लंबी समय से मरम्मत नहीं होने के कारण बाढ़ का पानी बहुत ही धीमी गति से कम हो रही है। कई सड़क अभी भी जलमग्न है। पनबरोज इलाकों में धान की खेती बर्बाद हो गई है।
हैरानी की बात है यह है कि प्रभावित मौजो की जलमग्न होने के बावजूद अभी तक आधिकारिक तौर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित नहीं किया गया। पूर्वी मिदनापुर जिला बाढ़ – चरण निवारण समिति की ओर से नारायण चन्द्र नायक, अशोक्तरू प्रधान, उत्पल प्रधान ने कहा कि पनिलाल, शिवलीपुर, देरधिगी पांजा, कीर्तन खाली और पुतिमारी सहित विभिन्न जल निकासी नहरों को तत्काल आधार पर खोदा जाए,
जलकुंभी की सफाई/हटाने और जलकुंभी को फाटकों से हटाने की व्यवस्था, प्रभावित इलाकों को तत्काल पर्याप्त राहत, पेयजल और मुआवजा देने को मांग को लेकर जिलाधिकारी एवं सिंचाई विभाग के कांठी संभाग के कार्यपालक अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के अनुसार यदि 24 अक्टूबर से पहले उक्त मांगो को पूरा नहीं किया गया तो इलाकों के लोगों द्वारा 25 अक्टूबर को राष्ट्रीय सड़क जाम करने को मजबूर होंगे।