Bengal : दुर्गा पूजा के दौरान बंगाल में 100 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड शराब की बिक्री हुई

कोलकाता। कोरोना महामारी के कारण हिचकोले खा रही अर्थव्यवस्था के बीच राज्य सरकार के लिए अच्छी खबर है कि राज्य में दुर्गा पूजा दौरान शराब की रिकॉर्ड बिक्री हुई है, जिससे आबकारी विभाग के अफसर राजस्व की भरपूर आमद से गदगद हैं। बंगाल की दुर्गा पूजा विश्व विख्यात है। कोरोना महामारी के बावजूद 10 दिवसीय दुर्गा पूजा के दौरान इस साल पूजा पंडालों में रिकॉर्ड भीड़ हुई थी। अब दुर्गा पूजा के बाद सामने आये आबकारी विभाग के आंकड़े के अनुसार दुर्गा पूजा के दौरान जमकर जाम छलके हैं।

पूजा के 10 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल में शराब की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। इस साल पूजा के दौरान लगभग 100 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई है, जो पूजा के दौरान हुई अब तक बिक्री में सर्वाधिक है।उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था हिचकोले खा रही है। ऐसे में दुर्गा पूजा के दौरान शराब की बिक्री से इन दिनों आबकारी विभाग के अफसर राजस्व की भरपूर आमद से गदगद हैं।

पश्चिम बंगाल के आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान औसतन 40 करोड़ रुपये की कमाई होती है, लेकिन इस दुर्गा पूजा में आबकारी विभाग की आय दोगुनी से अधिक हो गई है। इस बार पूजा में रोजाना शराब की दुकान खुली हुई थी, लेकिन सबसे ज्यादा बिक्री महानवमी के दिन हुई है। महानवमी के दिन ही केवल 30 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई है। दस दिवसीय पूजा के दौरान करीब 100 करोड़ रुपये की अंग्रेजी शराब की बिक्री हुई है।

उल्लेखनीय है कि आबकारी विभाग खुदरा विक्रेताओं तक शराब की आपूर्ति को सुसंगत करने के लिए इसके वितरण मॉडल में बदलाव की योजना बनाई है। इसके तहत आपूर्ति श्रृंखला में सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई की भूमिका को बदलने के लिए वितरकों को जोड़ने की योजना है। विभाग ने पश्चिम बंगाल राज्य बेवरेज निगम (बेवको) को विदेशी शराब और देसी शराब दोनों की बिक्री के लिए वितरक मॉडल से बदलने का फैसला किया है। राज्य ने 2017 में विनिर्माताओं से शराब की खरीद करने और उसे राज्य के खुदरा विक्रेताओं को बेचने के लिए बेवको का गठन किया था। इसका मकसद शराब वितरण में पारदर्शिता को कायम रखना और गुणवत्ता नियंत्रण था।

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