राजगीर (बिहार)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा विश्वास विज्ञापन छपवाने पर नहीं बल्कि काम करने में है। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास और सशक्त महिला, सक्षम महिला के सूत्र वाक्य के साथ राज्य को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बिहार पुलिस एकेडमी, राजगीर में आयोजित पुलिस अवर निरीक्षक के दीक्षांत परेड समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, देश में किसी भ राज्य में इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं पुलिस बल में नहीं हैं।
पुलिस अवर निरीक्षक 2018 बैच का दीक्षांत परेड समारोह में कुल 1582 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षकों ने भाग लिया, इनमें 615 महिला पुलिस पदाािकारी भी शामिल रहीं। उन्होंने कहा, “दूसरे राज्यों में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस महिला बल नहीं हैं। दूसरे राज्यों में यह काम होता तो कितना विज्ञापन छपता, लेकिन हमारा विश्वास विज्ञापन छपवाने में नहीं बल्कि काम करने में है।”
उन्होंने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद बिहार में ट्रेनिंग की व्यवस्था नहीं थी। राजगीर में पुलिस अकादमी के निर्माण किया गया। यहां पुलिस बल के प्रशिक्षण के लिए बेहतर सुविााएं प्राप्त हैं। उन्होने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सबसे जरूरी है और राज्य में कानून का राज्य कायम रखना मेरी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में 2 हजार पुरुष और 2 हजार महिला कर्मियों की भी ट्रेनिंग होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सबसे पहले पंचायत में 50 प्रतिशत की घोषणा की गई।
नीतीश ने कहा, “बिहार में महिलाओं की सुरक्षा सबसे प्राथमिकता पर है। राज्य के सभी थानों में महिला पुलिसकर्मियों का होना अनिवार्य कर दिया गया है, पहले किसी भी थाने में कोई काम नहीं हुआ था। आज बिहार के थाने देखने लायक है। थानों के भवनों में सभी सुविााएं प्राप्त हैं।” उन्होंने शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं की मांग पर ही राज्य में शराबबंदी हुई। उन्होंने महिला पुलिस बल से शराबबंदी पर सख्ती बरतने की अपील करते हुए कहा कि आज महिलाओं की पुलिस बल में संख्या बेहतर हो गई है। शराबबंदी की सफलता में महिला पुलिस बल की बड़ी भागीदारी होगी। मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षुओं से यहां से निकलकर अपनी जिम्मेदारी अच्छे से संभालने की अपील की।