कोलकाता : बंगाल के हुगली और उत्तर 24 परगना जिलों में हिंसा भड़काने संबंधी तृणमूल कांग्रेस के आरोप के बीच भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि जब वह अमडंगा में “गोलीबारी में मारे गए” पार्टी समर्थकों के परिजनों से मिलने जा रहे थे, तब उन्हें “बल पूर्वक” रोका गया।
बैरकपुर से सांसद सिंह ने ट्वीट किया कि बंगाल पुलिस और सरकार ने अमडंगा जाते समय एक बार फिर मेरी कार रोकी। अमडंगा में संतोष पात्रा नामक कांस्टेबल की सर्विस रिवाल्वर से दो भाइयों अरूप मंडल और स्वरूप मंडल की गोली मारकर हत्या हुई है। मैं उनके परिजनों से मिलने जा रहा था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले में स्थिति सौहार्द्रपूर्ण नहीं थी, इसलिए सिंह को रोका गया। उन्होंने कहा कि अमडंगा क्षेत्र के तेंतुलिया गांव में भूमि विवाद में शुक्रवार रात दोनों भाइयों की हत्या हुई। पुलिस ने कहा कि घटना में संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही है।
सिंह ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पत्र लिख कर आरोप लगाया था कि राज्य सरकार मुठभेड़ की आड़ में सिंह और उनके परिवार को मारने का प्रयास कर रही है। पत्र में सिंह ने राज्यपाल से आग्रह किया था कि कथित षड्यंत्र में शामिल अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच कराई जाए। तृणमूल कांग्रेस सूत्रों ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित और झूठ का पुलिंदा करार दिया था।